
Budh Pradosh Vrat ke Upay: क्या आप जीवन की विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं? क्या आपकी शादी में देरी हो रही है या नौकरी में बाधाएं आ रही हैं? क्या आप अपने पितरों की शांति के लिए प्रार्थना करना चाहते हैं? यदि हां, तो बुध प्रदोष व्रत आपके लिए एक वरदान साबित हो सकता है।
प्राचीन काल से ही हमारे ऋषि-मुनियों ने विभिन्न व्रतों और पूजा विधियों का वर्णन किया है, जिनमें से एक है बुध प्रदोष व्रत। यह व्रत प्रत्येक महीने में दो बार आता है, जब बुधवार को प्रदोष तिथि पड़ती है। इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की विशेष पूजा की जाती है। मान्यता है कि बुध प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती अपने भक्तों की मनोकामनाएं अवश्य पूरी करते हैं। चाहे वह विवाह में देरी हो, नौकरी में रुकावटें हों या फिर पितरों की शांति के लिए प्रार्थना हो, इस पावन दिन पर किए गए उपाय निश्चित रूप से फलदायी होते हैं।
तो आइए जानते हैं कि बुध प्रदोष व्रत के दिन कौन से उपाय करने चाहिए ताकि हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकें। इस लेख में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि किस प्रकार इस व्रत को करना चाहिए और इसके क्या लाभ हैं। साथ ही, हम कुछ महत्वपूर्ण उपायों के बारे में भी बात करेंगे जो आपके जीवन में खुशियां ला सकते हैं…
Table Of Content
S.NO | प्रश्न |
1 | शादी के लिए बुध प्रदोष व्रत के उपाय |
2 | नौकरी के लिए बुध प्रदोष व्रत के उपाय |
3 | घर शांति के लिए बुध प्रदोष व्रत के उपाय |
4 | संतान सुख के लिए बुध प्रदोष व्रत के उपाय |
5 | पृत को खुश करने के लिए बुध प्रदोष व्रत के उपाय |
शादी के लिए बुध प्रदोष व्रत के उपाय (Mahesh Navami ke Upay For Marriage)
शादी में आ रही देरी या रुकावटों को दूर करने के लिए बुध प्रदोष व्रत के दिन निम्नलिखित उपाय कारगर हो सकते हैं:
बुध प्रदोष के दिन भगवान शिव और पार्वती की पूजा करें। शिवलिंग पर दूध, बेल पत्र, चावल और केले चढ़ाएं। “ओम श्रीम वर प्रदाय श्री नमः” मंत्र का जाप करते हुए शीघ्र विवाह के लिए प्रार्थना करें। इसके अलावा, बुधवार को गाय को हरा चारा या पालक खिलाने से बुध ग्रह मजबूत होता है जो विवाह में बाधा दूर करने में सहायक है। लाल वस्त्र पहनकर देवी के मंदिर जाएं और उन्हें श्रृंगार सामग्री अर्पित करके आशीर्वाद लें। एक कुशल ज्योतिषी से परामर्श लेकर अपनी कुंडली में बुध की स्थिति जानें और उनके सुझाए गए उपाय करें। इन सरल उपायों से शादी में आ रही बाधाएं दूर होकर विवाह के मार्ग प्रशस्त हो सकते हैं।
प्रदोष व्रत 2025 लिस्ट | List of Pradosh Vrat in 2025
प्रदोष व्रत जनवरी 2025 (Pradosh Vrat January 2025)
11 जनवरी 2025 | शनिवार | शनि प्रदोष व्रत |
27 जनवरी 2025 | सोमवार | सोम प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत फरवरी 2025 (Pradosh Vrat Feb 2025)
9 फरवरी 2025 | रविवार | रवि प्रदोष व्रत |
25 फरवरी 2025 | मंगलवार | भौम प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत मार्च 2025 (Pradosh Vrat March 2025)
11 मार्च 2025 | मंगलवार | भौम प्रदोष व्रत |
27 मार्च 2025 | बृहस्पतिवार | गुरु प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत अप्रैल 2025 (Pradosh Vrat April 2025)
10 अप्रैल 2025 | बृहस्पतिवार | गुरु प्रदोष व्रत |
25 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत मई 2025 (Pradosh Vrat May 2025)
09 मई 2025 | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष व्रत |
24 मई 2025 | शनिवार | शनि प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत जून 2025 (Pradosh Vrat June 2025)
08 जून 2025 | रविवार | रवि प्रदोष व्रत |
23 जून 2025 | सोमवार | सोम प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत जुलाई 2025 (Pradosh Vrat July 2025)
08 जुलाई 2025 | मंगलवार | भौम प्रदोष व्रत |
22 जुलाई 2025 | मंगलवार | भौम प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत अगस्त 2025 (Pradosh Vrat August 2025)
06 अगस्त 2025 | बुधवार | बुध प्रदोष व्रत |
20 अगस्त 2025 | बुधवार | बुध प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत सितम्बर 2025 (Pradosh Vrat September 2025)
05 सितम्बर 2025 | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष व्रत |
19 सितम्बर 2025 | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत अक्टूबर 2025 (Pradosh Vrat October 2025)
04 अक्टूबर 2025 | शनिवार | शनि प्रदोष व्रत |
18 अक्टूबर 2025 | शनिवार | शनि प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत नवम्बर 2025 (Pradosh Vrat November 2025)
03 नवम्बर 2025 | सोमवार | सोम प्रदोष व्रत |
17 नवम्बर 2025 | सोमवार | सोम प्रदोष व्रत |
प्रदोष व्रत दिसम्बर 2025 (Pradosh Vrat December 2025)
02 दिसम्बर 2025 | मंगलवार | भौम प्रदोष व्रत |
07 दिसम्बर 2025 | बुधवार | बुध प्रदोष व्रत |
नौकरी के लिए बुध प्रदोष व्रत के उपाय (Budh Pradosh Upay For job)
नौकरी में आ रही दिक्कतों या अच्छी नौकरी न मिलने की समस्या से निपटने के लिए बुध प्रदोष व्रत के दिन निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
बुध देव की पूजा-अर्चना करें:
- बुध प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान आदि करके बुध देव की मूर्ति या चित्र के सामने हरे रंग का आसन बिछाकर बैठें।
- हरे रंग के वस्त्र पहनें, हरे रंग का चंदन या गंध लगाएं।
- बुध देव को हरी वस्तुओं जैसे पान के पत्ते, हरी मिठाई आदि का भोग लगाएं।
- ‘ॐ बुं बुधाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें। बुध देव से नौकरी में सफलता की कामना करें।
हरे मूंग दान करें:
- बुध प्रदोष व्रत के दिन हरे मूंग का दान करना बहुत शुभ माना जाता है।
- सुबह स्नान आदि करने के बाद 250 ग्राम या 500 ग्राम हरे मूंग एक साफ कपड़े में बांधकर किसी मंदिर या ब्राह्मण को दान करें।
- दान करते समय मन ही मन नौकरी में सफलता की इच्छा करें।
बुध यंत्र धारण करें:
- बुध प्रदोष व्रत के दिन बुध यंत्र धारण करने से नौकरी संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।
- पीले रंग के बुध यंत्र को सोने या पीतल की अंगूठी में जड़वाकर बुध प्रदोष व्रत के दिन पहनें।
- यंत्र धारण करते समय ‘ॐ बुं बुधाय नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें।
- यंत्र को हमेशा अपने पास या पर्स में रखें।
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घर शांति के लिए बुध प्रदोष व्रत के उपाय (Budh Pradosh ke Upay For Peace)
घर के मुख्य द्वार को हमेशा साफ़-सुथरा और अच्छी हालत में रखें। ध्यान रखें कि द्वार के सामने कोई अवरोध न हो। रोज़ सुबह या शाम को कुछ देर के लिए खिड़कियाँ और दरवाज़े खोलकर ताज़ी हवा और धूप को अंदर आने दें। घर में पॉज़िटिव एनर्जी के लिए पूजा स्थान को साफ़ रखें और नियमित पूजा-अर्चना करें। परिवार के सभी सदस्यों की एक तस्वीर दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाएँ। घर में कांटेदार पौधों, सूखे फूलों, टूटे बर्तनों आदि को न रखें। ये सभी उपाय परिवार में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने में मददगार हो सकते हैं।
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संतान सुख के लिए बुध प्रदोष व्रत के उपाय (Budh Pradosh ke Upay For Pregnancy)
बुध प्रदोष व्रत के दिन संतान सुख में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान शिव की पूजा करना लाभकारी होता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध और शहद से अभिषेक करें और बेल पत्र, फल और मिठाई अर्पित करें।
खुशहाल वैवाहिक जीवन और संतान प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर तिल, जौ और गुड़ का मिश्रण अर्पित करें। शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें। वैवाहिक जीवन में बाधाओं को दूर करने के लिए शिवलिंग पर जल, बेल पत्र और मूंग दाल अर्पित करें। संतान प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर दो किलो अखंड चावल अर्पित करें। कुछ चावल शिव को अर्पित करें और बाकी जरूरतमंदों में बांटें। इन उपायों से भगवान शिव प्रसन्न होंगे और संतान सुख की प्राप्ति होगी।
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पृत को खुश करने के लिए बुध प्रदोष व्रत के उपाय (Budh Pradosh ke Upay For Pitra)
बुध प्रदोष व्रत के दिन अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- शिव परिवार की पूजा: विधि-विधान से भगवान शिव, मां पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की पूजा करें। भगवान गणेश को 11 या 21 दूर्वा अर्पित करें।
- मोदक और मालपुआ का भोग: भगवान गणेश को मोदक और गुड़ मिश्रित मालपुआ अर्पित करें। इससे साधक की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- दान-पुण्य: अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार साबुत मूंग दाल, हरी सब्जी, मौसमी फल आदि का दान करें। गौ माता को चारा खिलाएं।
- श्राद्ध और तर्पण: पितृ पक्ष में श्राद्ध और तर्पण करके पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है।
- शिव मंत्र का जाप: “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें और शिव पुराण पढ़ें।
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Conclusion:-Budh Pradosh Vrat ke Upay
दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करके, व्रत कथा सुनकर और निर्दिष्ट मंत्रों का जाप करके भक्तगण अपनी मनोकामनाएं पूरी करने का प्रयास करते हैं। Budh Pradosh Vrat ke Upay इस व्रत को करने से शादी में देरी, पितरों की अशांति और नौकरी की समस्याओं का निवारण हो सकता है। बुध प्रदोष व्रत के पावन त्योहार से संबंधित यह विशेष लेखक आपको पसंद आया हो तो कृपया हमारे और भी ज्ञानवर्धक लेख जरूर पढ़ें और हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर रोजाना विजिट करें।
FAQ’s:-Budh Pradosh Vrat ke Upay
Q. बुध प्रदोष व्रत कब मनाया जाता है?
Ans. बुध प्रदोष व्रत तब मनाया जाता है जब हिन्दू महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष का तेरहवां दिन किसी भी सप्ताह के बुधवार को आता है। यह शाम की प्रार्थना है जो कि भगवान शिव को समर्पित है। इस व्रत का पालन करके बुध ग्रह और भगवान गणेशजी को भी प्रसन्न किया जा सकता है।
Q. बुध प्रदोष व्रत का क्या महत्व है?
Ans. भक्तों को बुध प्रदोष व्रत का पालन करने से कई फायदे होते हैं। इस व्रत का पालन करने से आप अपनी नौकरी या व्यवसाय में सफल होंगे। आपके मन की सभी इच्छाएँ पूरी होती हैं। यदि आप इस व्रत का पालन करते हैं तो आप अपने परिवार में खुश रहेंगे।
Q. बुध प्रदोष व्रत के दौरान क्या प्रतिबंध होते हैं?
Ans. बुध प्रदोष व्रत के दौरान कुछ प्रतिबंधों का पालन करना पड़ता है। बुधवार को व्रत का पालन करते समय घर की उत्तरी दिशा की ओर देखते हुए पूजा करनी चाहिए। पहले से पहने हुए कपड़े नहीं पहनने चाहिए। ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते रहना चाहिए।
Q. बुध प्रदोष व्रत के दौरान पूजा कैसे करें?
Ans. बुध प्रदोष व्रत के दौरान भगवान गणपति और शिव की पूजा करने से अत्यधिक लाभ हो सकता है। साफ कपड़े पहनें, हरी दुर्वा घास और सिंदूर का इस्तेमाल करें। शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शक्कर चढ़ाएं। गणपति को लाल रंग के फल, मिठाई और खीर अर्पित करें। 108 बार ”ओम नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
Q. शादी में देरी के लिए बुध प्रदोष व्रत के दिन क्या उपाय करें?
Ans. शादी में देरी दूर करने के लिए बुध प्रदोष व्रत के दिन भगवान गणेश और शिव की विधिवत पूजा करनी चाहिए। लाल वस्त्र पहनें, हल्दी और कुमकुम का तिलक लगाएं। गणेश जी और शिव जी को लाल फूल अर्पित करें। ‘ॐ नमः शिवाय’ और ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्रों का जाप करें। व्रत रखकर प्रार्थना करने से शादी में देरी दूर हो सकती है।
Q. नौकरी में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए बुध प्रदोष व्रत के दिन क्या करें?
Ans. नौकरी में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए बुध प्रदोष व्रत का दिन बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन हरे रंग का उपयोग करें, हरे वस्त्र धारण करें। बुध ग्रह को हरी वस्तुएं अर्पित करें। बुध ग्रह मंत्र ‘ॐ बुं बुधाय नमः’ का जाप करते रहें। व्रत का पालन करके बुध ग्रह को प्रसन्न करने से नौकरी की दिक्कतें दूर हो सकती हैं।