फुलेरा दूज पूजा विधि (Phulera Dooj Puja Vidhi): फुलेरा दूज (Phulera Dooj) एक ऐसा पर्व है जो प्रेम, उल्लास और रंगों से भरपूर होता है। यह हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है और विशेष रूप से भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम से जुड़ी हुई है। इस दिन को बहुत ही शुभ और पवित्र माना जाता है, क्योंकि इसे किसी भी शुभ कार्य के लिए अबूझ मुहूर्त कहा जाता है।
फुलेरा दूज (Phulera Dooj) मुख्य रूप से उत्तर भारत, विशेष रूप से ब्रज क्षेत्र में धूमधाम से मनाई जाती है। क्या आप जानते हैं कि फुलेरा दूज क्या होती है?, और इसका महत्व क्या है? यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के प्रेम का उत्सव मनाया जाता है, जिससे यह प्रेम और सौहार्द का प्रतीक बन जाता है। फुलेरा दूज पर होली का उल्लास भी नजर आता है, क्योंकि यह होली के करीब पड़ती है और इसे होली के रंगों की शुरुआत के रूप में देखा जाता है। 2025 में फुलेरा दूज कब मनाई जाएगी? और इसका शुभ मुहूर्त क्या होगा? इन सवालों के जवाब हर भक्त को जानने की इच्छा होती है। इस दिन विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य बिना किसी विशेष मुहूर्त के किए जा सकते हैं। इसलिए यह तिथि अत्यंत शुभ मानी जाती है।
तो आइए, इस पर्व के बारे में विस्तार से जानें और इसके धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व को समझें…..
फुलेरा दूज क्या होता है? | Phulera Dooj kya Hota Hai
फुलेरा दूज (Phulera Dooj) एक पावन पर्व है, जो होली से पूर्व श्रद्धा और उल्लास के संग मनाया जाता है। यह शुभ दिन राधा-कृष्ण के प्रेम और भक्ति का प्रतीक माना जाता है, जिसमें ब्रज भूमि एक अनोखी छटा बिखेरती है। इस दिन विशेष रूप से मंदिरों में फूलों से होली खेली जाती है, जिससे संपूर्ण वातावरण सुगंध और रंगों से सराबोर हो जाता है। इसे अबूझ मुहूर्त के रूप में जाना जाता है, अर्थात इस दिन विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य किसी विशेष मुहूर्त के बिना भी संपन्न किए जा सकते हैं।
फुलेरा दूज 2025 कब है? | Phulera Dooj 2025 kab Hai
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि का आरंभ 01 मार्च 2025 को रात्रि 03:16 बजे से हो रहा है, जो 02 मार्च को रात्रि 12:09 बजे तक रहेगा। चूंकि धार्मिक परंपराओं में उदया तिथि का विशेष महत्व होता है, इसलिए फुलेरा दूज का पावन पर्व 01 मार्च 2025 को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। यह दिन श्रीकृष्ण भक्तों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है और इसे विवाह तथा मांगलिक कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त में गिना जाता है। भक्तजन इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन का आयोजन करते हैं।
फुलेरा दूज 2025 का महत्त्व क्या है? | Phulera Dooj 2025 ka Mahatva kya Hai
- भक्ति और प्रेम का प्रतीक: फुलेरा दूज भगवान कृष्ण और राधा जी के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन भक्तजन विशेष रूप से राधा-कृष्ण की पूजा करते हैं, जिससे उनके बीच के प्रेम और भक्ति को मनाया जाता है। यह त्योहार प्रेम और समर्पण का संदेश फैलाता है।
- फूलों की होली: इस दिन ब्रज में फूलों की होली का आयोजन होता है, जो कि एक विशेष परंपरा है। भक्तजन रंग-बिरंगे फूलों से एक-दूसरे पर डालते हैं, जिससे वातावरण में खुशी और उल्लास का संचार होता है। यह परंपरा प्रेम और सौहार्द का प्रतीक है।
- सामाजिक एकता: फुलेरा दूज का पर्व समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देता है। लोग एकत्रित होकर इस त्योहार को मनाते हैं, जिससे आपसी संबंध मजबूत होते हैं। यह अवसर सभी को एक साथ लाने और खुशियों को साझा करने का माध्यम बनता है।
फुलेरा दूज की पूजा विधि क्या है? | Phulera Dooj ki Puja Vidhi
- प्रारंभिक क्रियाएँ: फुलेरा दूज के दिन ब्रह्म बेला में उठकर श्री राधा-कृष्ण का ध्यान करें, स्नान करके साफ वस्त्र पहनें और सूर्य देव को जल अर्पित करें।
- श्री राधा-कृष्ण का अभिषेक: गंगाजल, दही, जल, दूध और शहद से श्री राधा-कृष्ण का अभिषेक करें और उन्हें वस्त्र पहनाकर सुंदर श्रृंगार करें।
- पूजा स्थल की तैयारी: चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर श्री राधा-कृष्ण को विराजमान करें और उनके ऊपर फूलों की बरसात करें।
- नैवेद्य और आरती: नैवेद्य, धूप, फल और अक्षत अर्पित करें, फिर घी का दीपक जलाकर उनकी आरती और मंत्रों का जाप करें।
- भोग और प्रसाद वितरण: माखन मिश्री, खीर, फल और मिठाई का भोग अर्पित करें, जिसमें तुलसी दल शामिल करें, और अंत में प्रसाद का वितरण करें।
फुलेरा दूज 2025 शुभ मुहूर्त | Phulera Dooj 2025 Shubh Muhurat
तिथि | समय |
शुरुआत | 01 मार्च 2025, रात 03:16 बजे |
समाप्ति | 02 मार्च 2025, रात 12:09 बजे |
मनाने की तिथि | 01 मार्च 2025 (उदया तिथि अनुसार) |
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Conclusion:-Phulera Dooj Puja Vidhi
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FAQ’s:-Phulera Dooj Puja Vidhi
Q. फुलेरा दूज क्या होता है?
Ans. फुलेरा दूज (Phulera Dooj) एक महत्वपूर्ण हिंदू पर्व है, जो भगवान श्रीकृष्ण और राधा जी के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से मंदिरों में पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन किए जाते हैं।
Q. फुलेरा दूज 2025 कब मनाई जाएगी?
Ans. फुलेरा दूज 2025 का पर्व 01 मार्च को मनाया जाएगा, क्योंकि द्वितीया तिथि का उदयकाल इसी दिन हो रहा है। यह दिन अबूझ मुहूर्त के रूप में शुभ माना जाता है।
Q. फुलेरा दूज का धार्मिक महत्व क्या है?
Ans. इस दिन को श्रीकृष्ण और राधा जी के प्रेम का प्रतीक माना जाता है और इसे होली के स्वागत का दिन भी कहा जाता है। ब्रज में इस अवसर पर विशेष उत्सव होते हैं।
Q. फुलेरा दूज को अबूझ मुहूर्त क्यों कहा जाता है?
Ans. फुलेरा दूज (Phulera Dooj) को शुभ कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है, जिसका अर्थ है कि इस दिन विवाह और अन्य मांगलिक कार्य बिना किसी पंचांग विचार के किए जा सकते हैं।
Q. फुलेरा दूज पर कौन-सा विशेष आयोजन किया जाता है?
Ans. इस दिन ब्रज में फूलों की होली खेली जाती है, जिसमें भक्तजन भगवान श्रीकृष्ण और राधा जी की प्रेमलीला का आनंद लेते हैं और भजन-कीर्तन करते हैं।
Q. फुलेरा दूज भाई-बहन के रिश्ते से कैसे जुड़ी है?
Ans. कुछ क्षेत्रों में इसे भाई-बहन के प्रेम का पर्व भी माना जाता है, जिसमें बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं और भाई उन्हें उपहार देते हैं।