Famous Temples Of Bhilwara: भारत (India) देश अपने पौराणिक मंदिरों और धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। प्रत्येक राज्य में ऐसे कई मंदिर हैं जो अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध हैं। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में भी कुछ ऐसे ही प्रसिद्ध हिंदू मंदिर हैं जो अपनी अद्भुत वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए जाने जाते हैं।
भीलवाड़ा (Bhilwara) शहर राजस्थान (Rajasthan) के मेवाड़ क्षेत्र में स्थित है। यह शहर पहले उदयपुर रियासत का हिस्सा था और इसका नाम वीर और शक्तिशाली भील शासक भीलराजा के नाम पर रखा गया था। भीलवाड़ा शहर से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हर्नी महादेव मंदिर यहां का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित है और हर साल शिवरात्रि के अवसर पर यहां तीन दिवसीय मेला लगता है जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। बनास नदी के तट पर स्थित चामुंडा माता मंदिर भी भीलवाड़ा का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर देवी चामुंडा को समर्पित है, भीलवाड़ा के ये प्राचीन मंदिर इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और पौराणिक कथाओं के जीवंत उदाहरण हैं।
इस लेख में हम भीलवाड़ा के कुछ प्रमुख हिंदू मंदिरों की यात्रा करेंगे और उनके इतिहास, वास्तुकला और धार्मिक महत्व के बारे में जानेंगे। तो चलिए, इन मंदिरों की अद्भुत दुनिया में प्रवेश करते हैं..!!
List Of All Famous Temples Of Bhilwara
SN.O | मंदिरों के नाम | स्थान (भीलवाड़ा) |
1 | हरणी महादेव मंदिर | भीलवाड़ा, राजस्थान 311011 |
2 | सिद्ध गणेश मंदिर | गांधी नगर, भीलवाड़ा, राजस्थान 311001 |
3 | क्यारा बालाजी मंदिर | राजस्थान राज्य राजमार्ग 12 भीलवाड़ा आरजे 311802 |
4 | उंदेश्वर मंदिर | बिजोलिया,भीलवाड़ा, राजस्थान 311602 |
5 | चामुंडा माता मंदिर | भीलवाड़ा, राजस्थान 311011 |
6 | श्री चारभुजा नाथ मंदिर | श्री चारभुजा नाथ मंदिर, गढ़बोर भीलवाड़ा (राजस्थान) |
1.हरणी महादेव मंदिर (Harni Mahadev Temple)
हरणी महादेव मंदिर (Harni Mahadev Temple) भीलवाड़ा (Bhilwara) शहर से करीब 6 किमी दूर स्थित एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। यह मंदिर लगभग 800 साल पुराना माना जाता है और इसमें पहाड़ी के नीचे एक स्वयंभू शिवलिंग विराजमान है।
महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के अवसर पर यहाँ विशेष पूजा-अर्चना और आयोजन किए जाते हैं। मंदिर ट्रस्ट सदस्य महादेव जाट के अनुसार, इस दिन चार बार विशेष अभिषेक किया जाता है – पहला सूर्योदय के समय दूध से, दूसरा गन्ने के रस से, तीसरा गंगाजल से और चौथा पंचामृत से। इसके बाद शिव परिवार का विशेष श्रृंगार किया जाता है।हरणी महादेव की एक अन्य मान्यता यह है कि यहाँ भगवान शिव की सवारी नंदी के कान में अपनी मनोकामना कहने से वह जल्द पूरी हो जाती है।
इसीलिए भक्त दूर-दूर से यहाँ मन्नत माँगने आते हैं। श्रावण मास में भी यहाँ विशेष पूजा की जाती है और भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
हरणी महादेव मंदिर के बारे में (About Harni Mahadev Temple)
मंदिर का फोन नंबर | 1800111363 |
मंदिर का पता | भीलवाड़ा, राजस्थान 311011 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश नि: शुल्क है |
उदयपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 141 किलोमीटर |
भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 5.8 किलोमीटर |
भीलवाड़ा बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 6.5 किलोमीटर |
Google Map | https://maps.app.goo.gl/C8fEqCmWLHH9DQwN6 |
2. सिद्ध गणेश मंदिर (Siddh Ganesha Temple)
भीलवाड़ा (Bhilwara) में स्थित सिद्ध गणेश मंदिर (Siddh Ganesha Temple) अपनी धार्मिक मान्यताओं और अटूट श्रद्धा के लिए जाना जाता है। यह मंदिर करीब 51 साल पुराना है और इसकी स्थापना के पीछे एक रोचक कथा है।
साल 1971 में स्व. मूलचंद घीया के सपने में भगवान गणेश ने दर्शन दिए और उन्हें यहाँ मंदिर बनाने का आदेश दिया। तब से लेकर आज तक घीया परिवार इस मंदिर की सेवा में लगा हुआ है। भीलवाड़ा शहर के गांधी नगर में स्थित यह मंदिर न सिर्फ़ अपनी मान्यताओं बल्कि भक्तों की अटूट श्रद्धा का प्रतीक भी है। मान्यता है कि यहाँ गणेश जी के दर्शन मात्र से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसलिए यहाँ भीलवाड़ा शहर ही नहीं, आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु दर्शनों के लिए उमड़ते हैं।
यह भीलवाड़ा का पहला और एकमात्र ऐसा गणेश मंदिर है जहाँ हर साल गणेश चतुर्थी के अवसर पर भव्य मेले का आयोजन होता है। इस मेले में जिले ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों से भी भक्त बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।
सिद्ध गणेश मंदिर के बारे में (About Siddha Ganesha Temple)
मंदिर का फोन नंबर | मंदिर का कोई आधिकारिक नंबर उपलब्ध नहीं है |
मंदिर का पता | गांधी नगर, भीलवाड़ा, राजस्थान 311001 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश नि:शुल्क है |
मंदिर की फेसबुक प्रोफाइल | https://www.facebook.com/profile.php?id=100072453948309&sk=about |
उदयपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 144.7 किलोमीटर |
भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 12.3 किलोमीटर |
भीलवाड़ा बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 2.6 किलोमीटर |
Google Map | https://maps.app.goo.gl/ZrCqXwqRNQY6kroM8 |
3. क्यारा बालाजी मंदिर (Kyara Balaji Temple)
क्यारा के बालाजी मंदिर (Kyara Balaji Temple) भीलवाड़ा (Bhilwara) शहर के दिल में स्थित एक प्राचीन और प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है। यह मंदिर अपनी अद्भुत वास्तुकला और भगवान हनुमान की अलौकिक प्रतिमा के लिए जाना जाता है।
मंदिर 22 फीट ऊंची और 8 फीट चौड़ी एक सीधी खड़ी चट्टान पर बना हुआ है। इस चट्टान पर भगवान हनुमान की 13 फीट लंबी प्रतिमा विराजमान है। मान्यता है कि प्राचीन काल में भगवान हनुमान ने इस स्थान पर विश्राम किया था और तभी से उनकी छाया यहां छप गई है। मंदिर के पुजारी सोहन वैष्णव बैरागी के अनुसार, पहले यहां महात्मा तपस्या किया करते थे और एक बार भगवान ने उन्हें दर्शन देकर यहीं विश्राम किया था। तभी से यह पवित्र स्थल बन गया और भगवान हनुमान की प्रतिमा प्रकट हो गई। क्यारा बालाजी मंदिर (Kyara Balaji Temple) की मान्यता है कि जो भी भक्त अपनी मनोकामना लेकर यहां आता है, उसकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
क्यारा बालाजी मंदिर के बारे में (About Kyara Balaji Temple)
मंदिर का फोन नंबर | 01412209860 |
मंदिर का पता | राजस्थान राज्य राजमार्ग 12 भीलवाड़ा आरजे 311802 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश नि:शुल्क है |
मंदिर की फेसबुक प्रोफाइल | https://www.facebook.com/skkbj |
उदयपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 147.7 किलोमीटर |
भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 10 किलोमीटर |
भीलवाड़ा बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 9.3 किलोमीटर |
Google Map | https://maps.app.goo.gl/HhvU9rggDjww9hgc7 |
4. उंदेश्वर मंदिर (Undeshwar Temple)
भीलवाड़ा (Bhilwara) के उंदेश्वर मंदिर (Undeshwar Temple) को उसकी अद्भुत वास्तुकला और शिल्प के लिए जाना जाता है। यह मंदिर 10वीं शताब्दी में चौहान वंश के शासक महाराजा राजसिंह द्वारा बनवाया गया था।
मंदिर का मुख्य आकर्षण उसका विशाल शिखर है जो लगभग 80 फीट ऊंचा है। शिखर पर सुंदर नक्काशी व मूर्तियां उत्कीर्ण हैं जो उसकी कलात्मकता को दर्शाती हैं। मंदिर परिसर में एक विशाल नंदी की प्रतिमा भी है जो 15 फीट लंबी, 12 फीट ऊंची और 8 फीट चौड़ी है। उंदेश्वर मंदिर की एक और खासियत यह है कि इसकी गर्भगृह में भगवान शिव का एक 6 फीट ऊंचा स्वयंभू शिवलिंग है। मान्यता है कि यह शिवलिंग अपने आप प्रकट हुआ था। मंदिर की दीवारों पर सुंदर चित्रकारी व शिलालेख भी हैं जो उस युग के इतिहास पर प्रकाश डालते हैं।
उंदेश्वर मंदिर (Undeshwar Temple) अपने वास्तुशिल्प, मूर्तिकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है। यह भीलवाड़ा शहर के प्रमुख धार्मिक व पर्यटन स्थलों में से एक है जहां हर साल लाखों श्रद्धालु व पर्यटक दर्शन करने आते हैं। मंदिर का अद्भुत निर्माण व कलाकृतियां प्राचीन भारतीय स्थापत्य कला की उत्कृष्टता का उदाहरण हैं।
उंदेश्वर मंदिर के बारे में (About Undeshwar Temple)
मंदिर का फोन नंबर | मंदिर का कोई आधिकारिक नंबर उपलब्ध नहीं है |
मंदिर का पता | बिजोलिया, राजस्थान 311602 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश नि:शुल्क है |
उदयपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 141.9 किलोमीटर |
भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 90 किलोमीटर |
भीलवाड़ा बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 700 मीटर |
Google Map | https://maps.app.goo.gl/nBYcYQneXCP5RPAk7 |
यह भी पढ़ें: भीलवाड़ा के 6 प्रसिद्ध मंदिर
5.चामुंडा माता मंदिर (Chamunda Mata Mandir)
भीलवाड़ा (Bhilwara) शहर के अरावली पर्वत श्रेणी पर स्थित चामुंडा माता मंदिर (Chamunda Mata Mandir) एक प्राचीन और चमत्कारी मंदिर है। यह मंदिर लगभग 1500 वर्ष पुराना माना जाता है और इसकी एक खास मान्यता है कि यहाँ माता रानी की प्रतिमा के पीछे दीवार पर अपनी मनोकामनाएं लिखने से वे पूरी हो जाती हैं।
मंदिर परिसर से पूरे भीलवाड़ा शहर (Bhilwara City) का सुंदर नज़ारा दिखाई देता है। दीवार पर लिखी गई मन्नतों में लोग नौकरी, पढ़ाई, परिवार की सुख-शांति जैसी कामनाएं लिखते हैं। भक्तों का मानना है कि माता रानी के दर्शन मात्र से ही उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
पहले ग्रामीण लोग यहाँ आकर माँ की पूजा करते थे ताकि वह उन्हें संकटों से बचाए। धीरे-धीरे मंदिर की ख्याति बढ़ी और दूर-दूर से श्रद्धालु आने लगे। मंदिर के पुजारी भैरूराम के अनुसार उनके परिवार की कई पीढ़ियाँ 1500 सालों से माता की सेवा कर रही हैं।
चामुंडा माता मंदिर के बारे में (About Chamunda Mata Temple)
मंदिर का मोबाइल नंबर | 09649881200 |
मंदिर का पता | भीलवाड़ा, राजस्थान 311011 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश निशुल्क है |
उदयपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 143 किलोमीटर |
भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 5.2 किलोमीटर |
भीलवाड़ा बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 5 किलोमीटर |
Google Map |
6. श्री चारभुजा नाथ मंदिर (Shri Charbhuja Nath Temple)
भीलवाड़ा (Bhilwara), राजस्थान (Rajasthan) का एक नगर, जिसकी स्थापना करीब 300 से 400 साल पहले हुई थी, अपने धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। इनमें से एक महत्वपूर्ण स्थल है चारभुजा नाथ मंदिर। यह मंदिर कोटड़ी तहसील में स्थित है और इसका निर्माण सफेद मार्बल से किया गया है।
यह मंदिर पिछले 15 वर्षों में भारत भर में लोकप्रिय हुआ है। मंदिर के ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं के सुझावों को लागू करते हुए मंदिर की मर्यादा और व्यवहार को बनाए रखने के लिए कई उपाय किए हैं। 2023 के जून में, ट्रस्ट ने एक निर्णय लिया कि सभी महिलाएं, बहनें, और युवा भाई मंदिर का दर्शन करते समय परंपरागत भारतीय पहनावे में होंगे।
इसके अलावा, अनुचित कपड़े और जूते पहनने पर प्रतिबंध लगाया गया है। मंदिर के बाहर सूचना बोर्ड पर लिखा है, “मंदिर आस्था और परंपरा का प्रतीक है। इसलिए, हम सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध करते हैं कि वे मंदिर में प्रवेश करने से पहले अनिवार्य पहनावे पहनें।
श्री चारभुजा नाथ मंदिर के बारे में (About Shri Charbhuja Nath Temple)
मंदिर का फोन नंबर | मंदिर का आधिकारिक नंबर उपलब्ध नहीं है |
मंदिर का पता | श्री चारभुजा नाथ मंदिर, गढ़बोर भीलवाड़ा (राजस्थान) |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश नि:शुल्क है |
मंदिर की इंस्टाग्राम प्रोफाइल | https://www.instagram.com/shree_charbhujamandir_official |
उदयपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 165 किलोमीटर |
भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 23 किलोमीटर |
भीलवाड़ा बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 23 किलोमीटर |
Google Map | https://maps.app.goo.gl/kmnyh2i78jLoQ4AA7 |
Conclusion:
भीलवाड़ा के मंदिर न केवल धार्मिक स्थल हैं, बल्कि कला, संस्कृति और इतिहास के खजाने भी हैं। ये मंदिर आध्यात्मिक शांति, आस्था और भक्ति का अनुभव प्रदान करते हैं। अगर आप भी भीलवाड़ा की यात्रा पर जाएं तो इन मंदिरों के दर्शन जरूर करें और अगर हम आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो हमारे इस लेख को अपने प्रिय जनों के साथ भी अवश्य साझा करें। इस लेख को पढ़ने के बाद अगर आपके मन में कोई प्रश्न उत्पन्न हुआ हो तो उन प्रश्नों को कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए हम आपके सभी प्रश्नों का हर संभव जवाब देने का प्रयास भी करेंगे ऐसी और भी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट https://janbhakti.in पर रोजाना विजिट करें।
FAQ’s:
Q. भीलवाड़ा में सभी 12 ज्योतिर्लिंग को एक शिवलिंग में देखने की सुविधा किस मंदिर में मिलती है?
Ans. मानसापूर्ण महादेव मंदिर, भीलवाड़ा में सभी 12 ज्योतिर्लिंग को एक ही शिवलिंग में देखने की सुविधा मिलती है। यह मंदिर विशेष रूप से श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय और शक्तिशाली आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।
Q. भीलवाड़ा में मानसापूर्ण महादेव मंदिर का स्थान कहां है?
Ans. मानसापूर्ण महादेव मंदिर, भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से लगभग 5 किलोमीटर दूर हरनेय महादेव मंदिर के पास स्थित है। यहां श्रद्धालुओं को एक ही शिवलिंग में सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने की अनोखी सुविधा मिलती है।
Q. भीलवाड़ा में मानसापूर्ण महादेव मंदिर की स्थापना कब हुई थी?
Ans. मानसापूर्ण महादेव मंदिर की स्थापना भीलवाड़ा में लगभग 32 वर्ष पहले हुई थी। इसकी अद्वितीयता इस तथ्य में है कि यहां श्रद्धालुओं को एक ही शिवलिंग में सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने की सुविधा मिलती है।
Q. मानसापूर्ण महादेव मंदिर, भीलवाड़ा का विशेषता क्या है?
Ans. मानसापूर्ण महादेव मंदिर, भीलवाड़ा की विशेषता इसमें है कि यहां श्रद्धालुओं को एक ही शिवलिंग में सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने की सुविधा मिलती है। यह मंदिर विशेष रूप से श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय और शक्तिशाली आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।
Q. कौन से त्योहार भीलवाड़ा के मानसापूर्ण महादेव मंदिर में सबसे अधिक श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं?
Ans. शिवरात्रि और हरितालिका तीज त्योहार भीलवाड़ा के मानसापूर्ण महादेव मंदिर में सबसे अधिक श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। इन त्योहारों के दौरान श्रद्धालु अपनी इच्छाओं की पूर्ति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यहां जमा होते हैं।
Q. मानसापूर्ण महादेव मंदिर, भीलवाड़ा की वास्तुकला कैसे डिज़ाइन की गई है?
Ans. मानसापूर्ण महादेव मंदिर, भीलवाड़ा की वास्तुकला को ऐसे तरीके से डिज़ाइन किया गया है कि श्रद्धालु एक साथ सभी 12 ज्योतिर्लिंगों को देख सकें।