
घर के मुख्य द्वार पर शुभ चिह्न और तस्वीरें (Ghar ke Mukhya Dwar Par Shubh Chinh Aur Tasveeren): वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का मुख्य द्वार केवल प्रवेश का स्थान नहीं होता, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य को आमंत्रित करने का माध्यम भी होता है। Vastu Tips for Home in Hindi सही प्रतीकों और तस्वीरों को द्वार पर स्थापित करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह लगाने का क्या महत्व है? ॐ (ओम) का चिन्ह घर में किस प्रकार की ऊर्जा को आकर्षित करता है? श्री गणेश जी की तस्वीर द्वार पर लगाने से कौन-कौन से लाभ प्राप्त होते हैं? शुभ-लाभ का चिन्ह क्यों लगाया जाता है, और यह किस प्रकार घर में सकारात्मक प्रभाव डालता है?
इसके अलावा, घर के मुख्य द्वार पर किस देवता की तस्वीर लगाना सबसे शुभ माना जाता है? क्या सात घोड़ों की तस्वीर करियर और व्यवसाय में उन्नति लाने में सहायक होती है? यदि घर के द्वार की दिशा वास्तु के अनुसार अशुभ हो, तो क्या कोई उपाय किया जा सकता है? क्या तोरण और मंगल कलश का चित्र घर में सौभाग्य लाने में मदद करता है? इस लेख में हम इन सभी प्रश्नों के जवाब विस्तार से प्रदान करेंगे।
इन सभी बेहद महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें और समझें कि वास्तु के यह छोटे-छोटे उपाय आपके जीवन में कितनी बड़ी सकारात्मकता ला सकते हैं……
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घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह | Ghar Ke Mukhya Dwar par Swastik Ka Chinh
स्वास्तिक (Swastik) एक पवित्र और शुभ प्रतीक है, जो हिंदू संस्कृति में सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि, और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसे द्वार पर लगाने से घर में नकारात्मकता दूर होती है और सुख-शांति बनी रहती है। स्वास्तिक की चार भुजाएँ चार दिशाओं, चार वेदों, और धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष का प्रतीक हैं। इसे सिंदूर या हल्दी से बनाना शुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार, इसे दाईं ओर (घड़ी की दिशा में) बनाना चाहिए, क्योंकि यह सृजन और शुभता का संकेत देता है।
घर के मुख्य द्वार पर ॐ का चिन्ह | Ghar Ke Mukhya Dwar par Om Ka Chinh
ॐ (ओम) को ब्रह्मांड का मूल मंत्र और देवताओं की आवाज़ माना जाता है। इसे द्वार पर लगाने से घर में दिव्य शक्ति का प्रवाह बढ़ता है और वातावरण पवित्र होता है। यह चिन्ह मन की शांति, सकारात्मकता, और आध्यात्मिक उन्नति को बढ़ावा देता है। ॐ को धातु, लकड़ी, या पत्थर पर उकेरकर लगाया जा सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इसे द्वार के ऊपरी भाग में स्थापित करना चाहिए, ताकि यह घर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को आशीर्वाद दे।
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घर के मुख्य द्वार पर श्री गणेश का चिन्ह | Ghar Ke Mukhya Dwar par Shri Ganesh Ka Chinh
श्री गणेश (Bhagwan Ganesh) को विघ्नहर्ता और नई शुरुआत के देवता माना जाता है। घर के मुख्य द्वार पर उनकी मूर्ति या चित्र लगाने से बाधाएँ दूर होती हैं और सुख-समृद्धि आती है। गणेश जी की प्रतिमा को दाईं ओर (दक्षिणमुखी) लगाना शुभ माना जाता है। साथ ही, उनके चरणों के नीचे ‘श्री’ लिखना और नियमित पूजा करना घर की सुरक्षा और समृद्धि को सुनिश्चित करता है।
घर के मुख्य द्वार पर शुभ-लाभ का चिन्ह | Ghar Ke Mukhya Dwar par Shubh-Labh Ka Chinh
‘शुभ-लाभ’ शब्द समृद्धि और मंगल की कामना का प्रतीक है। इसे द्वार पर लिखने या स्टिकर लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह चिन्ह व्यापारिक स्थलों पर लाभ और घरों में सुख-शांति के लिए विशेष रूप से प्रयोग किया जाता है। इसे लाल रंग से लिखना शुभ माना जाता है, क्योंकि लाल ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक है।
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घर के मुख्य द्वार पर किसकी तस्वीर लगाएं? | Ghar Ke Mukhya Dwar Par Kiski Tasveer Lagaye?
- गणपति जी की तस्वीर: गणपति जी को बाधा निवारक और शुभता के प्रतीक माना जाता है। मुख्य द्वार पर उनकी तस्वीर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। ध्यान दें कि गणेश जी का मुख घर के अंदर की ओर हो।
- स्वास्तिक या ओम का चिह्न: स्वास्तिक और ओम सकारात्मक ऊर्जा के शक्तिशाली प्रतीक हैं। इन्हें मुख्य द्वार पर लगाने से घर में शांति, सुख और समृद्धि बनी रहती है। ये चिह्न नकारात्मक शक्तियों को दूर रखते हैं और सौभाग्य को आकर्षित करते हैं।
- सात घोड़ों की तस्वीर: सात घोड़ों (7 horse painting) को सफलता और उन्नति का प्रतीक माना जाता है। मुख्य द्वार पर उनकी तस्वीर लगाने से करियर और व्यवसाय में वृद्धि होती है। ध्यान दें कि घोड़े दौड़ते हुए हों और उनका मुख घर के अंदर की ओर हो।
- वास्तु दोष निवारण यंत्र: यदि घर के मुख्य द्वार की दिशा अशुभ है, तो वहां वास्तु दोष निवारण यंत्र लगाया जा सकता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को कम करता है और घर में सुख-शांति बनाए रखता है। इसे सही दिशा में स्थापित करना आवश्यक होता है।
- तोरण और मंगल कलश की तस्वीर: तोरण (आम या अशोक के पत्तों का) और मंगल कलश को शुभता का प्रतीक माना जाता है। इनकी तस्वीर मुख्य द्वार पर लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
Conclusion:-Vastu Tips For Home in Hindi
हम आशा करते है कि हमारे द्वारा लिखा गया (घर के मुख्य द्वार पर बनाएं ये 5 चिन्ह) यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आपके पास किसी भी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें, हम जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे। बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद
FAQ’s:-Vastu Tips For Home in Hindi
Q. घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह लगाने का क्या महत्व है?
Ans. स्वास्तिक शुभता, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। इसे द्वार पर लगाने से नकारात्मकता दूर होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
Q. ॐ (ओम) का चिन्ह घर के मुख्य द्वार पर लगाने से क्या लाभ होता है?
Ans. ॐ ब्रह्मांडीय ऊर्जा और आध्यात्मिक शांति का प्रतीक है। इसे द्वार पर लगाने से वातावरण पवित्र होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है।
Q. घर के मुख्य द्वार पर श्री गणेश जी का चित्र लगाने का क्या लाभ है?
Ans. श्री गणेश विघ्नहर्ता माने जाते हैं, उनके चित्र को द्वार पर लगाने से बाधाएँ दूर होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।
Q. शुभ-लाभ का चिन्ह मुख्य द्वार पर क्यों लगाया जाता है?
Ans. ‘शुभ-लाभ’ समृद्धि और मंगलकामना का प्रतीक है। इसे लगाने से घर और व्यापारिक स्थल पर सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
Q. घर के मुख्य द्वार पर किस देवता की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है?
Ans. गणपति जी (Bhagwan Ganesh) की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है, क्योंकि वे विघ्नहर्ता हैं और उनके चित्र से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Q. सात घोड़ों की तस्वीर मुख्य द्वार पर लगाने से क्या लाभ होता है?
Ans. सात घोड़े सफलता और उन्नति का प्रतीक हैं। इनकी तस्वीर लगाने से करियर और व्यवसाय में वृद्धि होती है।