
होलिका दहन 2025 (Holika Dahan 2025): होली (Holi) का पर्व सिर्फ रंगों और उमंग का त्योहार नहीं, बल्कि पौराणिक महत्व और धार्मिक परंपराओं से जुड़ा एक विशेष उत्सव है। इस पर्व की शुरुआत होलिका दहन से होती है, जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। हर वर्ष, हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा की रात को होलिका दहन किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका सही समय और मुहूर्त कितना महत्वपूर्ण होता है? गलत समय पर दहन करने से शुभ फल प्राप्त नहीं होते, वहीं भद्रा काल में होलिका जलाने से अशुभ परिणामों की संभावना बढ़ जाती है।
यही कारण है कि हर वर्ष लोग यह जानने के लिए उत्सुक रहते हैं कि होलिका दहन का सही मुहूर्त कब है, भद्रा का समय क्या है, और फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि क्या होगी? यदि आप भी 2025 में होलिका दहन से जुड़ी सही जानकारी पाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। यहां हम आपको बताएंगे कि 2025 में होलिका दहन कब होगा, शुभ मुहूर्त क्या रहेगा, और भद्रा काल का क्या प्रभाव पड़ सकता है।
इस लेख को अंत तक पढ़ें और जानें कि इस पावन अनुष्ठान को सही विधि और समय पर संपन्न कर धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ कैसे प्राप्त किया जा सकता है……
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होलिका दहन क्या है? | Holika Dahan kya Hai?
होलिका दहन (Holika Dahan) हिंदू त्योहार होली के पहले दिन मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह फाल्गुन मास की पूर्णिमा को संपन्न होता है। पौराणिक कथा के अनुसार, भक्त प्रह्लाद को बचाने के लिए भगवान विष्णु ने होलिका (जो अग्नि में न जलने का वरदान रखती थी) को उसके ही अहंकार में भस्म कर दिया। इस घटना की याद में लोग लकड़ी और उपले की होलिका बनाकर उसमें अग्नि प्रज्वलित करते हैं। इस दौरान लोग मंत्रोच्चारण, भजन-कीर्तन करते हैं और अग्नि के चारों ओर परिक्रमा करते हैं। होलिका दहन के बाद अगले दिन रंगों से भरी होली खेली जाती है। यह अनुष्ठान समाज में सद्भाव, उत्साह, और नई शुरुआत का संदेश देता है।
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होलिका दहन 2025 कब है? | Holika Dahan 2025 kab Hai?
होलिका दहन (Holika Dahan) 2025 में 13 मार्च, गुरुवार को मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 13 मार्च 2025 को सुबह 07:00 बजे से शुरू होकर 14 मार्च को दोपहर 03:59 बजे तक रहेगी। होलिका दहन का कार्यक्रम पूर्णिमा तिथि के पहले दिन (13 मार्च) की रात्रि में संपन्न किया जाता है। यह तिथि भारत के विभिन्न क्षेत्रों में चंद्रदर्शन के आधार पर थोड़ी भिन्न हो सकती है, लेकिन अधिकांश स्थानों पर 13 मार्च को ही होलिका जलाई जाएगी।
फाल्गुन पूर्णिमा 2025 तिथि क्या है? | Phalgun Purnima 2025 Tithi kya Hai?
2025 में फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 13 मार्च को सुबह 07:00 बजे से प्रारंभ होगी और 14 मार्च को दोपहर 03:59 बजे समाप्त होगी। इस दिन होलिका दहन और होली का त्योहार मनाया जाता है। पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पूर्ण आकार में दिखाई देता है, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा वसंत ऋतु के आगमन और फसल पकने का भी प्रतीक है।
होलिका दहन पर भद्रा का समय क्या है? | Holika Dahan Par Bhadra ka Samay kya Hai?
2025 में होलिका दहन (13 मार्च)के दिन भद्रा का समय सुबह 06:06 बजे से दोपहर 02:32 बजे तक रहेगा। भद्रा एक अशुभ अवधि मानी जाती है, जिसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भद्रा के दौरान होलिका दहन करने से अशुभ फल प्राप्त होते हैं। इसलिए, होलिका दहन (Holika Dahan) का मुहूर्त भद्रा समाप्त होने के बाद ही निर्धारित किया जाता है। 2025 में भद्रा समय के बाद शाम 06:33 बजे से रात 08:57 बजे तक शुभ मुहूर्त रहेगा, जिसमें होलिका जलाई जा सकती है।
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होलिका दहन 2025 शुभ मुहूर्त क्या है? | Holika Dahan 2025 Shubh Muhurat kya Hai?
विवरण | समय / तिथि |
होलिका दहन तिथि | 13 मार्च 2025 (गुरुवार) |
शुभ मुहूर्त प्रारंभ | शाम 06:33 बजे |
शुभ मुहूर्त समाप्त | रात 08:57 बजे |
भद्रा में होलिका दहन क्यों नहीं करते? | Bhadra Mein Holika Dahan kyon Nahi karte?
भद्रा (Bhadra kaal) को हिंदू ज्योतिष में एक अशुभ समय माना जाता है, जिसे “यमदंष्ट्रा” भी कहते हैं। यह अवधि किसी भी शुभ कार्य के लिए वर्जित है, क्योंकि मान्यता है कि इस दौरान किए गए कर्मों का फल नकारात्मक होता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, भद्रा देवी स्वरूपा हैं, लेकिन उनका यह समय दंड देने वाला माना जाता है। होलिका दहन जैसे धार्मिक अनुष्ठान में अग्नि का पूजन और प्रज्वलन आवश्यक है, जिसे भद्रा काल में करने से अनिष्ट की आशंका रहती है। इसके पीछे वैज्ञानिक दृष्टिकोण यह है कि भद्रा के समय प्रकृति में नकारात्मक ऊर्जाएं प्रबल होती हैं, जो अनुष्ठानों की पवित्रता को भंग कर सकती हैं। इसलिए, होलिका दहन हमेशा भद्रा समाप्ति के बाद ही किया जाता है, ताकि अनुष्ठान का पूर्ण लाभ मिल सके।
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Conclusion
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FAQ’s
Q. होलिका दहन क्या है?
Ans. होलिका दहन हिंदू त्योहार होली से एक दिन पहले मनाया जाने वाला अनुष्ठान है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसमें लकड़ी और उपलों से अग्नि प्रज्वलित की जाती है।
Q. होलिका दहन 2025 में कब मनाया जाएगा?
Ans. होलिका दहन 2025 में 13 मार्च, गुरुवार को होगा। यह फाल्गुन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
Q. फाल्गुन पूर्णिमा 2025 की तिथि क्या है?
Ans. फाल्गुन पूर्णिमा 2025 की तिथि 13 मार्च को सुबह 07:00 बजे से शुरू होकर 14 मार्च को दोपहर 03:59 बजे तक रहेगी।
Q. 2025 में होलिका दहन के दिन भद्रा का समय क्या है?
Ans. 2025 में होलिका दहन के दिन भद्रा का समय सुबह 06:06 बजे से दोपहर 02:32 बजे तक रहेगा, जिसके दौरान दहन करना अशुभ माना जाता है।
Q. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 2025 में क्या है?
Ans. 2025 में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 13 मार्च को शाम 06:33 बजे से रात 08:57 बजे तक रहेगा।
Q. भद्रा में होलिका दहन क्यों नहीं किया जाता?
Ans. भद्रा को अशुभ समय माना जाता है, जिसमें किए गए शुभ कार्यों का नकारात्मक प्रभाव हो सकता है, इसलिए होलिका दहन भद्रा समाप्त होने के बाद ही किया जाता है।