मथुरा के प्रसिद्ध मंदिर (Famous Temples Of Mathura): मथुरा (Mathura), उत्तर प्रदेश का एक प्राचीन शहर है, जिसे भगवान कृष्ण की जन्मभूमि होने का गौरव प्राप्त है। यह शहर सदियों से हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल रहा है। मथुरा में स्थित कई प्राचीन और भव्य मंदिर भगवान कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं को समर्पित हैं। इन मंदिरों की वास्तुकला और धार्मिक महत्व उन्हें दुनिया भर से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाते हैं। मथुरा के मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि वे भारतीय संस्कृति और वास्तुकला के उत्कृष्ट उदाहरण भी हैं। इन मंदिरों में भक्तों को शांति और आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होता है। मथुरा आने वाले पर्यटक इन मंदिरों के दर्शन करके भगवान कृष्ण के जीवन और लीलाओं के बारे में अधिक जान सकते हैं।
इस लेख में, हम मथुरा (Famous Temples Of Mathura) के कुछ प्रमुख मंदिरों, जैसे कि केशव देव मंदिर, श्री जुगल किशोर जी मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर, श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर और चामुंडा देवी मंदिर के बारे में विस्तार से जानेंगे, हम इन मंदिरों के इतिहास, वास्तुकला और धार्मिक महत्व के बारे में चर्चा करेंगे। साथ ही, हम यह भी जानेंगे कि इन मंदिरों तक कैसे पहुंचा जा सकता है और इन मंदिरों में क्या-क्या खास चीजें देखने को मिलती हैं।
Famous Temples Of Mathura मथुरा नगरी के इन सभी महत्वपूर्ण व प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें….
1. श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर | Shri Krishna Janmasthan Mandir
श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर (Shri Krishna Janmasthan Mandir) उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक और धार्मिक नगर मथुरा में स्थित है, जो हिंदू धर्म के लिए अत्यधिक पवित्र स्थल है। यह मंदिर उस जेल की कोठरी के चारों ओर बनाया गया है, जहां भगवान कृष्ण के माता-पिता, देवकी और वासुदेव, कंस द्वारा बंदी बनाए गए थे। यह स्थान भगवान कृष्ण के जन्म का साक्षी है और इसलिए यहां का धार्मिक महत्व अत्यधिक है। मंदिर के दर्शन के लिए समय प्रातः 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक और फिर शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक निर्धारित है। हर दिन यहां हजारों श्रद्धालु भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए आते हैं और इस पवित्र स्थल पर आस्था और भक्ति का अनुभव करते हैं।
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मंदिर का फ़ोन नंबर | +915652423888 |
स्थान | वृन्दावन रोड, डीग गेट, मथुरा – 281001 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | प्रवेश नि:शुल्क है। |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 3.9 किलोमीटर |
एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 6.2 किलोमीटर |
निकटतम बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 2.4 किलोमीटर |
2. द्वारकाधीश मंदिर | Dwarkadhish Mandir
द्वारकाधीश मंदिर (Dwarkadhish Mandir) मथुरा का एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल, भारतीय वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है। 1814 में स्थापित, यह मंदिर अपनी भव्यता और सौंदर्य से पर्यटकों को आकर्षित करता है। यमुना नदी के घाटों के नजदीक स्थित, इस मंदिर के आसपास की धार्मिक गतिविधियाँ और वातावरण भक्तों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती हैं। मंदिर का दर्शन करने का समय सुबह 6:30 से लेकर दोपहर 10:30 तक और फिर शाम 4:30 से रात 7 बजे तक है। द्वारकाधीश मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यहां की शांति और दिव्यता भी हर आने वाले व्यक्ति के मन को शांति देती है।
मंदिर का फ़ोन नंबर | 02892-234080 |
स्थान | श्री राजेंद्र पाठक, पाठक गली, विश्राम घाट, विश्राम बाजार, मथुरा |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश नि:शुल्क है |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 4.1 किलोमीटर |
एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 5.7 किलोमीटर |
निकटतम बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 1.5 किलोमीटर |
3. बिड़ला मंदिर मथुरा | Birla Mandir Mathura
मथुरा के बाहरी क्षेत्र में स्थित बिड़ला मंदिर (Birla Mandir Mathura), जो गीता मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल है। यह मंदिर मथुरा जंक्शन से लगभग 6.5 किमी दूर वृंदावन-मथुरा रोड पर स्थित है और धार्मिक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। भगवान लक्ष्मी नारायण को समर्पित इस भव्य मंदिर में अद्भुत वास्तुकला और शांतिपूर्ण वातावरण का अनुभव होता है। गर्मियों में यहाँ दर्शन के लिए समय सुबह 5 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक है, और फिर दोपहर 2 बजे से रात 9 बजे तक। सर्दियों में समय में थोड़ा बदलाव होता है, सुबह 5:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे से रात 8:30 बजे तक। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यहाँ की शांति और सौंदर्य भी हर श्रद्धालु को मन की संतुष्टि और मानसिक शांति प्रदान करती है।
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मंदिर का फ़ोन नंबर | मंदिर का आधिकारिक नंबर उपलब्ध नहीं है |
स्थान | मथुरा – वृंदावन मार्ग, डायरेक्ट सेलिंग के सामने, आनंद नगर, मथुरा |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | प्रवेश नि:शुल्क है। |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 6.4 किलोमीटर |
एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 8.7 किलोमीटर |
निकटतम बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 4.8 किलोमीटर |
4. श्री जुगल किशोर जी मंदिर | Shri Jugal Kishore Ji Temple
श्री जुगल किशोर जी मंदिर (Shri Jugal Kishore Ji Temple), मथुरा के केशी घाट के पास स्थित एक ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है, जिसे केशी घाट मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर मथुरा के चार सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, और इसकी स्थापत्य कला का अपना एक विशेष स्थान है। इस मंदिर का निर्माण 1727 में हुआ था, और यह लाल बलुआ पत्थर से निर्मित है, जो इसकी भव्यता को और भी निखारता है। मंदिर का निर्माण शैली समृद्ध और आकर्षक है, जो धार्मिक और वास्तुशिल्प प्रेमियों के लिए एक अद्वितीय आकर्षण है। श्री जुगल किशोर जी मंदिर न केवल अपने इतिहास और स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह हर भक्त को दिव्य शांति और आस्था का अनुभव भी कराता है।
मंदिर का फ़ोन नंबर | 0522 406 1369 |
स्थान | गौतम नगर, वृन्दावन, उत्तर प्रदेश |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | प्रवेश नि:शुल्क है। |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 14 किलोमीटर |
एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 16.3 किलोमीटर |
निकटतम बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 12.8 किलोमीटर |
5. केशव देव मंदिर | Keshav Dev Mandir
केशव देव मंदिर (Keshav Dev Mandir) मथुरा के श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के पीछे स्थित है और इसे ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह स्थल वह स्थान है, जहां भगवान श्री कृष्ण को बंदी बनाया गया था, और बाद में यहाँ एक मंदिर का निर्माण हुआ। समय-समय पर इस मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया है, जिससे यह अपनी भव्यता को बरकरार रखता है। भगवान कृष्ण को समर्पित इस मंदिर में विशेष रूप से जन्माष्टमी के अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ होती है, जो दर्शन करने के लिए आते हैं। मंदिर का दर्शन समय सुबह 5 बजे से लेकर रात 9:30 बजे तक है, और यह स्थल न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि मथुरा की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है।
मंदिर का फ़ोन नंबर | 099978 80462 |
स्थान | चौक बाज़ार, मथुरा, उत्तर प्रदेश |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | प्रवेश नि:शुल्क है। |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 2.9 किलोमीटर |
एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 5.4 किलोमीटर |
निकटतम बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 2.1 किलोमीटर |
6. चामुंडा देवी मंदिर, मथुरा | Chamunda Devi Mandir, Mathura
चामुंडा देवी मंदिर (Chamunda Devi Mandir, Mathura) , मथुरा के चामुंडा देवी मार्ग पर स्थित, 51 शक्तिपीठों में से एक है और भक्तों के लिए विशेष धार्मिक महत्व रखता है। माना जाता है कि यह मंदिर उस स्थान पर बनाया गया है जहां मां गायत्री का एक बाल गिरा था, जो इसे अत्यंत पवित्र बनाता है। इस स्थान का आध्यात्मिक महत्व शांडिल्य ऋषि की तपस्या और श्री गोरखनाथ के ज्ञान प्राप्ति से और बढ़ जाता है। मंदिर का वातावरण श्रद्धा और शांति से परिपूर्ण है, जो भक्तों को एक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है। यहां दर्शन का समय सुबह 6:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक है। चामुंडा देवी मंदिर न केवल भक्तों की आस्था का केंद्र है, बल्कि इसकी ऐतिहासिक और धार्मिक पृष्ठभूमि इसे मथुरा के प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल करती है।
मंदिर का फ़ोन नंबर | आधिकारिक नंबर उपलब्ध नहीं है |
स्थान | अनाम रोड, मसानी, मथुरा |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | प्रवेश नि:शुल्क है। |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 5.4 किलोमीटर |
एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 7.7 किलोमीटर |
निकटतम बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 3.8 किलोमीटर |
Conclusion:-Famous Temples Of Mathura
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FAQ’s:-Famous Temples Of Mathura
Q. श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर का धार्मिक महत्व क्या है?
Ans. श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर वह स्थान है जहां भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। इसे हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है।
Q. द्वारकाधीश मंदिर किस वास्तुकला शैली का उदाहरण है?
Ans. द्वारकाधीश मंदिर भारतीय वास्तुकला का एक अद्भुत उदाहरण है, जिसे 1814 में बनाया गया था।
Q. बिड़ला मंदिर को और किस नाम से जाना जाता है?
Ans. बिड़ला मंदिर को गीता मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह भगवान लक्ष्मी नारायण को समर्पित है।
Q. श्री जुगल किशोर जी मंदिर का निर्माण कब हुआ था?
Ans. श्री जुगल किशोर जी मंदिर का निर्माण 1727 में हुआ था। यह मथुरा के चार सबसे पुराने मंदिरों में से एक है।
Q. केशव देव मंदिर का समय क्या है?
Ans. केशव देव मंदिर में दर्शन का समय सुबह 5 बजे से रात 9:30 बजे तक है।
Q. चामुंडा देवी मंदिर का धार्मिक महत्व क्या है?
Ans. चामुंडा देवी मंदिर को 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। यह वह स्थान है जहां मां गायत्री का बाल गिरा था।