सांवरिया सेठ के भजन (Sanwariya Seth ke Bhajan): सांवरिया सेठ भगवान, जिनका नाम सुनते ही मन में भक्ति और श्रद्धा का एक अद्भुत अनुभव होता है, भारतीय संस्कृति और धार्मिकता के प्रतीक हैं। उनकी भक्ति में लिपटे भजन, जो प्रेम और समर्पण की भावना से ओत-प्रोत हैं, हमें एक अद्वितीय आनंद की अनुभूति कराते हैं। जब हम सांवरिया सेठ के भजनों को सुनते या पढ़ते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे हम सीधे उनके दिव्य सान्निध्य में उपस्थित हैं। ये भजन न केवल हमारे मन को शांति और सुकून प्रदान करते हैं, बल्कि हमारी आत्मा को भी एक नई ऊर्जा से भर देते हैं। इस लेख में हम सांवरिया सेठ भगवान को समर्पित कुछ सुंदर और प्यारे भजनों का संकलन प्रस्तुत कर रहे हैं। ये भजन न केवल भक्ति का एक माध्यम हैं, बल्कि हमारे जीवन में सकारात्मकता और प्रेम का संचार भी करते हैं।
जब हम इन भजनों को गाते हैं या सुनते हैं, तो हम अपने दुख-दर्द को भुलाकर एक नई दुनिया में प्रवेश कर जाते हैं, जहां केवल प्रेम और भक्ति का वास होता है। हर भजन एक नई कहानी, एक नई भावना और एक नई ऊर्जा का संचार करता है। आइए, हम सब मिलकर इन भजनों के माध्यम से सांवरिया सेठ की कृपा को अपने जीवन में आमंत्रित करें और उनके चरणों में अपनी भक्ति अर्पित करें।
तो चलिए, इस लेख की शुरुआत करते हैं और सांवरिया सेठ जी को समर्पित प्यारे-प्यारे भजनों को पढ़ते हैं….
सांवरिया सेठ जी कौन हैं? | Sanwariya Seth ji kaun Hain
सांवरिया सेठ जी भगवान श्रीकृष्ण के उस रूप का प्रतीक हैं, जिन्हें श्रद्धालु विशेष रूप से सांवलिया या सांवरिया सेठ के नाम से पूजते हैं। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित उनका प्रसिद्ध मंदिर भक्ति और आस्था का प्रमुख केंद्र है, जहां हर दिन हजारों भक्त दर्शन के लिए उमड़ते हैं। इस मंदिर का इतिहास महान भक्त मीरा बाई से भी जुड़ा हुआ है, जो श्रीकृष्ण की अद्वितीय उपासिका थीं। सांवरिया सेठ जी की पूजा में भक्ति, प्रेम, और समर्पण को विशेष महत्व दिया जाता है। यहां चढ़ाए गए दान का उपयोग समाज सेवा और धार्मिक कार्यों में किया जाता है, जिससे यह स्थान और भी पवित्र बन जाता है। भक्तों के लिए यह मंदिर न केवल एक तीर्थ स्थल है, बल्कि ईश्वर से जुड़ने का माध्यम भी है।
सांवरिया सेठ के भजन | Sanwariya Seth ke Bhajan
सांवरा कद म्हारे घर आवोला सांवरिया सेठ भजन लिरिक्स
सांवरा कद म्हारे घर आवोला, भोला भक्ता री सांवरिया, आस पुरवोला ।।
नित उठ में धाने ध्याऊँ, काला काग उड़ाऊँ, वृन्दावन की कुंज गली में, गोविंद रा गुण गाउँ, मीठी मुरली माने सुनावोला, भोला भक्ता री सांवरिया, आस पुरखोला।।
आवन की तू कह गयो रे, कर गयो कॉल अनेक, गिनता गिनता घिस गयी, म्हारे काजलया री रेख, धारा दर्शन कद दिखलावोला, भोला भक्ता री सांवरिया, आस पुरखोला।।
कान्हों कान्हों में रटू जी, कान्हो जीव जड़ी, नाम लिखालू चुड़ला पे, बाचु घड़ी घड़ी, म्हारा सोया भाग जगावर्वोला, भोला भक्ता री सांवरिया, आस पुरवोला।।
सांवरा कद म्हारे घर आवोला, भोला भक्ता री सांवरिया, आस पुरवोला।।
एक भरोसो थारो, म्हारा सावरिया सरकार, दूजो कुन है दुनिया में, माने थारो ही आधार।
दीवानो हो गयो रे, श्याम को दीवानो हो गयो रे, देखी श्याम की सुरतिया, मन दीवानो हो गयो रे।
सांवरिया सेठ का भजन | Sanwariya Seth ka Bhajan
कान्हा बैठो कदम की डारिया रे ये तो बंसी बजावे दे दे तालिया रे,
आवो सांवरिया आपा भागा में जाला, आप जपो ने मैं तो डालिये रे, कान्हा बैठो कदम की डारिया रे
आओ सांवरिया आप पनघट चाला, तो आप घणो ने नहीं नालियां रे, कान्हा बैठो कदम की डारिया रे
आवो सांवरिया आपा मेहला में चाला, तो आप झरोखा मैं तो जालियां रे, कान्हा बैठो कदम की डारिया रे
आप सांवरिया सब के मन में विराजो रे आप जी जीते मैं तो हारी आ रे, कान्हा बैठो कदम की डारिया रे
सांवरिया सेठ दे दे लिरिक्स | Sanwariya Seth de de Lyrics
सांवरिया सेठ दे दे, मङफिया रा मालिक दे दे
सांवरिया सेठ दे दे, मङफिया रा मालिक दे दे, थारे भरियोछे भंडार, टोटो ना पड़े रे ।।
कटे तो जायो ने, कटे उपनियो रे, कुणे तो लड़ाया थारा लाड, मंने साची बात बता दे, राधा का रसिया के दे, साँवरिया सेठ दे दे, मङफिया रा मालिक दे दे, थारे भरियोछे भंडार, टोटो ना पड़े रे।।
मथुरा जायो ने, गोकुल उपनियो रे, यशोदा लड़ाया थारा लाड, नंद जी री गोदिया खेलो, साँवरिया सेठ दे दे, मङफिया रा मालिक दे दे, थारे भरियोछे भंडार, टोटो ना पड़े रे।।
मारे रे रेवा कोनी, झोपड़ी रे सांवरिया, आप तो बिराजो मेला माय, मांने एक ओवरों दे दे, साँवरिया सेठ दे दे, मङफिया रा मालिक दे दे, थारे भरियोछे भंडार, टोटो ना पड़े रे।।
कशा तो सेठाने जावा, झाझवा रे सांवरिया, आप रे भरया छे भंडार, मने एक रुपयों दे दे, साँवरिया सेठ दे दे, मङफिया रा मालिक दे दे, थारे भरियोछे भंडार, टोटो ना पड़े रे।।
जिला चित्तौड़ तहसील, सादड़ी रे सांवरिया, गांव सरथला माई ने, साँवरिया सेठ दे दे, मङफिया रा मालिक दे दे, थारे भरियोछे भंडार, टोटो ना पड़े रे।।
सांवरिया सेठ दे दे, मङफिया रा मालिक दे दे, थारे भरियोछे भंडार, टोटो ना पड़े रे।।
सांवरिया सेठ भजन लिरिक्स (Sanwariya Seth Bhajan Lyrics)
साँवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठाणी है भजन हिंदी लिरिक्स
साँवरियो है सेठ,
म्हारी राधा जी सेठाणी है,
साँवरियों है सेठ,
म्हारी राधा जी सेठाणी है,
ये तो जाने दुनिया सारी है।।
राजाओं के राजा,
महारानी की रानी,
सिरमौर मुकुट साझे,
जोड़ी बड़ी प्यारी,
दरबार है प्यारा,
राधा के संग साझे,
सुने पलने सेठ,
सुने पलने सेठ,
सुने पलने सेठाणी है,
ये तो जाने दुनिया सारी है।।
सांवरियां राधा जी,
भक्ता पे है राजी,
करे घणो लाड है,
भंडार लुटावे है,
हर बात बणावे है,
भक्ता रा ठाट है,
देवे छप्पर फाड़,
देवे छप्पर फाड़,
नही इनसो कोई दानी है,
ये जाने दुनिया सारी है।।
सुख दुख मे साँवरियो,
सुख दुख मे राधा जी,
सदा तेरे साथ है,
मेरी चिंता दुर करे,
मेरी विपदा दुर करे,
रख लेवे बात है,
भक्ता रो तो काम,
भक्ता रो तो काम,
बस एक हाजरी लगाणि है,
ये जाने दुनिया सारी है।।
साँवरियो है सेठ,
म्हारी राधा जी सेठाणी है,
साँवरियों है सेठ,
म्हारी राधा जी सेठाणी है,
ये तो जाने दुनिया सारी है।।
Conclusion:-Sanwariya Seth ke Bhajan
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FAQ’s:-Sanwariya Seth ke Bhajan
Q. सांवरिया सेठ जी कौन हैं?
Ans. सांवरिया सेठ जी भगवान श्री कृष्ण का एक रूप हैं, जिन्हें विशेष रूप से व्यापार और भक्ति का प्रतीक माना जाता है।
Q. सांवरिया सेठ जी का मंदिर कहां स्थित है?
Ans. सांवरिया सेठ जी का प्रमुख मंदिर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के पास स्थित है।
Q. सांवरिया सेठ जी का इतिहास किससे जुड़ा है?
Ans. सांवरिया सेठ जी का इतिहास मीरा बाई और नानी बाई के मायरे की कथा से जुड़ा हुआ है।
Q. सांवरिया सेठ जी के मंदिर का निर्माण कब हुआ था?
Ans. सांवरिया सेठ जी के मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में हुआ था।
Q. सांवरिया सेठ जी की मूर्तियां कैसे प्रकट हुईं?
Ans. सांवरिया सेठ जी की मूर्तियां ग्वाले भोलाराम गुर्जर को स्वप्न में निर्देश मिलने के बाद भूमि से प्रकट हुईं।
Q. सांवरिया सेठ जी की पूजा का महत्व क्या है?
Ans. सांवरिया सेठ जी की पूजा से भक्तों को व्यापार में सफलता, मानसिक शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।