
अमरनाथ यात्रा 2025 Amarnath Yatra 2025:- हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक, अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) एक धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव होता है, जो हिमालय की वादियों के बीच स्थित बाबा बर्फानी के पवित्र गुफा तक पहुंचाता है। यदि आप 2025 में अमरनाथ यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो आपके मन में कई सवाल उठ रहे होंगे – अमरनाथ यात्रा 2025 कब से शुरू हो रही है? यह कब तक चलेगी?
पंजीकरण कब और कैसे करें? ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया क्या है? साथ ही, RFID कार्ड क्या है, इसे कैसे प्राप्त करें और इसका क्या महत्व है? इस लेख में हम आपको अमरनाथ यात्रा से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं – खाने और ठहरने की व्यवस्था से लेकर पंजीकरण शुल्क तक, यात्रा के लिए निर्धारित आयु सीमा, जरूरी दस्तावेज, स्वास्थ्य प्रमाणपत्र की आवश्यकता, साथ ही यात्रा के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए– हर छोटी-बड़ी बात को विस्तार से समझाया गया है। अगर आप जानना चाहते हैं कि किन बातों का ध्यान रखें, किन चीज़ों से बचें, और कैसे एक सुरक्षित और सफल यात्रा करें, तो यह लेख आपके लिए मार्गदर्शक साबित होगा। इस लेख में आपको अमरनाथ यात्रा 2025 से संबंधित हर वह जानकारी मिलेगी, जो आपके मन की जिज्ञासाओं को शांत करेगी और आपको एक सुगम यात्रा के लिए तैयार करेगी।
कृपया हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें और इस पवित्र यात्रा को अनुभव करने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें – ताकि आपका यह आध्यात्मिक सफर न सिर्फ यादगार हो, बल्कि पूर्ण रूप से सुरक्षित और व्यवस्थित भी हो…..
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Amarnath Yatra 2025 Temple – Location Map
- Pahalgam-Panjtarni-Pahalgam
अमरनाथ यात्रा 2025 क्या है? (What is Amarnath Yatra 2025)

जम्मू-कश्मीर में स्थित अमरनाथ गुफा (Amarnath Gufa) में भगवान शिव (Bhagwan Shiv) के प्राकृतिक हिमलिंग के दर्शन के लिए आयोजित होती है। यह यात्रा 3 जुलाई 2025 से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी, जिसकी अवधि 39 दिन है। पंजीकरण प्रक्रिया 14 अप्रैल 2025 से शुरू हो चुकी है, जो ऑनलाइन श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट और देशभर में 600 से अधिक अधिकृत बैंक शाखाओं के माध्यम से ऑफलाइन उपलब्ध है। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर, और अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र आवश्यक हैं। यात्रा के दो प्रमुख मार्ग हैं: पहलगाम (48 किमी) और बालटाल (14 किमी)। यात्रा परमिट पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर जारी किए जाते हैं, इसलिए समय पर पंजीकरण करना महत्वपूर्ण है।
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अमरनाथ यात्रा 2025 की तारीख, मार्ग, पंजीकरण और नियम क्या हैं? (What is The Date, Route, Registration And Rules of Amarnath Yatra 2025)
- अमरनाथ यात्रा की अवधि और समापन तिथि: अमरनाथ यात्रा 2025 (Amarnath Yatra 2025) की शुरुआत 3 जुलाई 2025 से होगी और समापन 9 अगस्त 2015 को रक्षा बंधन के दिन होगा। यह 39 दिनों तक चलेगी, जिसमें श्रद्धालु पहलगाम और बालटाल मार्गों से बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे। यात्रा की घोषणा श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की 48वीं बैठक में की गई, जिसकी अध्यक्षता उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की थी। यात्रा के दौरान सुरक्षा, चिकित्सा सुविधा और पंजीकरण प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए कई उपाय किए गए हैं।
- यात्रा के दो मार्ग: अमरनाथ यात्रा के दो प्रमुख मार्ग हैं: पहलगाम और बालटाल। पहलगाम मार्ग 48 किलोमीटर लंबा है, जो चंदनवाड़ी, शेषनाग, और पंचतरणी से होकर गुजरता है। यह मार्ग सुगम और दर्शनीय है, लेकिन 3-4 दिन लेता है। बालटाल मार्ग 14 किलोमीटर का छोटा, लेकिन खड़ी चढ़ाई वाला है, जिसे 1 दिन में पूरा किया जा सकता है। दोनों मार्ग श्रीनगर से अच्छी तरह जुड़े हैं, और यात्रियों को अपनी सुविधा अनुसार मार्ग चुनना होता है।
- प्रतिदिन यात्रियों की सीमा: अमरनाथ की पवित्र यात्रा के लिए हर दिन 15,000 यात्रियों की सीमा निर्धारित की गई है। यह सीमा श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) द्वारा सुरक्षा और प्रबंधन के लिए लागू की गई है। दोनों मार्गों (पहलगाम और बालटाल) के लिए कोटा अलग-अलग आवंटित होता है। यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए पंजीकरण और यात्रा परमिट अनिवार्य हैं। समय पर पंजीकरण महत्वपूर्ण है, क्योंकि स्लॉट जल्दी भर सकते हैं।
- पंजीकरण शुरू: अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए पंजीकरण 14 अप्रैल 2025 से शुरू हुआ। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में पंजीकरण उपलब्ध है। श्रद्धालुओं को श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट या निर्धारित बैंक शाखाओं के माध्यम से पंजीकरण कराना होगा। समय पर पंजीकरण सुनिश्चित करने के लिए जल्दी आवेदन करना उचित है।
- पंजीकरण प्रक्रिया: ऑनलाइन पंजीकरण के लिए श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट (www.shriamarnathjishrine.com) पर जाएं। ‘Online Services’ में ‘Yatra Permit Registration’ चुनें। नियम पढ़कर ‘I Agree’ पर क्लिक करें। नाम, आधार नंबर, यात्रा तिथि, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो, और स्वास्थ्य प्रमाणपत्र अपलोड करें। ओटीपी सत्यापन के बाद 220 रुपये शुल्क का भुगतान करें। भुगतान के बाद यात्रा परमिट डाउनलोड करें। प्रक्रिया पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर है।
अमरनाथ यात्रा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया | Amarnath Yatra Online Registration Process

- अमरनाथ यात्रा के ऑनलाइन पंजीकरण के लिए श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) की आधिकारिक वेबसाइट www.jksasb.nic.in या www.shriamarnathjishrine.com पर जाएं। वेबसाइट पर जाने के लिए किसी भी ब्राउज़र (क्रोम, फ़ायरफ़ॉक्स आदि) का उपयोग करें। सुनिश्चित करें कि इंटरनेट कनेक्शन स्थिर है। होमपेज पर आपको यात्रा से संबंधित सभी जानकारी और पंजीकरण लिंक मिलेंगे। वेबसाइट पर नवीनतम दिशानिर्देश और अपडेट्स की जांच करें। पंजीकरण शुरू होने पर लिंक सक्रिय हो जाता है।
- वेबसाइट के होमपेज पर “Online Services” या “Registration” अनुभाग में जाएं। वहां “Yatra Permit Registration” विकल्प पर क्लिक करें। यह विकल्प आमतौर पर पंजीकरण शुरू होने पर सक्रिय होता है (14 या 15 अप्रैल 2025 से)। सुनिश्चित करें कि आप सही वर्ष (2025) के लिए पंजीकरण लिंक चुन रहे हैं। विकल्प चुनने के बाद, आपको नियम और शर्तों वाला पेज दिखेगा। इस प्रक्रिया को शुरू करने से पहले सभी दस्तावेज तैयार रखें।
- “Yatra Permit Registration” चुनने के बाद, एक पेज खुलेगा, यात्रा के नियम और दिशानिर्देश दिए होंगे। जिसमें पात्रता, स्वास्थ्य आवश्यकताएं, आयु सीमा (13-70 वर्ष), और यात्रा की शर्तें भी शामिल हैं। सभी निर्देश ध्यान से पढ़ें, क्योंकि पंजीकरण के लिए इनका पालन अनिवार्य है। नियमों से सहमत होने के लिए “I Agree” या “Accept” बटन पर क्लिक करें। यह कदम पूरा करने के बाद ही आप फॉर्म भरने के लिए आगे बढ़ सकते हैं।
- नियम स्वीकार करने के बाद, पंजीकरण फॉर्म खुलेगा। इसमें व्यक्तिगत विवरण जैसे पूरा नाम, आधार नंबर, पता, जन्म तिथि, लिंग, और संपर्क जानकारी भरें। इसके अलावा, यात्रा का मार्ग (पहलगाम या बालटाल) और पसंदीदा यात्रा तिथि (3 जुलाई से 9 अगस्त 2025 के बीच) चुनें। सभी जानकारी सटीक और आधार कार्ड के अनुसार होनी चाहिए। गलत जानकारी के कारण परमिट रद्द हो सकता है। फॉर्म भरने से पहले डेटा दोबारा जांच लें।
- फॉर्म में पासपोर्ट साइज फोटो (JPEG, 100-200 KB) और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (PDF, अधिकतम 1 MB) अपलोड करें। स्वास्थ्य प्रमाण पत्र अधिकृत चिकित्सक से होना चाहिए, जो पिछले 6 महीनों में जारी हुआ हो। यह प्रमाणित करता है कि आप यात्रा के लिए शारीरिक रूप से फिट हैं। फाइलें सही प्रारूप और आकार में हों, अन्यथा अपलोड में त्रुटि हो सकती है। अपलोड करने से पहले दस्तावेजों की स्कैन कॉपी तैयार रखें।
- विवरण और दस्तावेज अपलोड करने के बाद, आपके दर्ज मोबाइल नंबर पर एक OTP (वन-टाइम पासवर्ड) भेजा जाएगा। यह सत्यापन सुनिश्चित करता है कि संपर्क जानकारी सही है। OTP को वेबसाइट पर दिए गए बॉक्स में दर्ज करें। OTP 5-10 मिनट तक वैध रहता है। यदि OTP नहीं मिलता, तो “Resend OTP” विकल्प चुनें। सत्यापन पूरा होने के बाद ही आप भुगतान चरण पर आगे बढ़ सकते हैं।
- OTP सत्यापन के बाद, पंजीकरण शुल्क 250 रुपये प्रति व्यक्ति, मार्ग के आधार पर) का भुगतान करें। भुगतान ऑनलाइन डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, UPI, या नेट बैंकिंग के माध्यम से किया जा सकता है। भुगतान पेज पर सभी विवरण (नाम, मार्ग, तिथि) जांच लें। सफल भुगतान के बाद, एक रसीद जनरेट होगी। इसे डाउनलोड करें और सुरक्षित रखें। शुल्क गैर-वापसी योग्य है, इसलिए सही जानकारी के साथ भुगतान करें।
- भुगतान सफल होने के बाद, यात्रा परमिट (Yatra Permit) डाउनलोड करने का विकल्प मैं आपको दिखाई देगा। परमिट में आपका नाम, यात्रा तिथि, मार्ग, और बारकोड होगा। इसे PDF में डाउनलोड करें और प्रिंट करें। यात्रा के दौरान परमिट और आधार कार्ड साथ रखना अनिवार्य है। परमिट स्लॉट पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर आवंटित होते हैं, इसलिए जल्दी पंजीकरण करें। परमिट के बिना यात्रा की अनुमति नहीं होगी।
अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए ऑफलाइन पंजीकरण, टोकन, सरस्वती धाम, RFID कार्ड, बैंक आवेदन और दस्तावेज
- अमरनाथ यात्रा 2025 (Amarnath Yatra) के लिए ऑफलाइन पंजीकरण देशभर में 600 नामित बैंक शाखाओं में उपलब्ध है, जिनमें पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, जम्मू-कश्मीर बैंक, और यस बैंक शामिल हैं। जम्मू में प्रमुख पंजीकरण केंद्र वैष्णवी धाम, पंचायत भवन, और महाजन हॉल हैं। इन केंद्रों में टोकन और पंजीकरण सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। शाखाओं की पूरी सूची और पते आधिकारिक वेबसाइट www.jksasb.nic.in पर उपलब्ध हैं। जल्दी पंजीकरण के लिए निकटतम शाखा की जांच करें।
- जम्मू में टोकन प्राप्त करने के लिए वैष्णवी धाम, पंचायत भवन, या महाजन हॉल जाएं। टोकन यात्रा की चुनी हुई तारीख से तीन दिन पहले जारी किए जाते हैं। टोकन प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड और यात्रा तिथि की जानकारी देनी होती है। यह प्रक्रिया पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर होती है। टोकन लेने के बाद, अगले दिन सरस्वती धाम में पंजीकरण और स्वास्थ्य जांच के लिए जाना अनिवार्य है। सुबह जल्दी पहुंचें।
- टोकन प्राप्त करने के अगले दिन, यात्रियों को जम्मू के सरस्वती धाम जाना होता है। यहां अनिवार्य स्वास्थ्य जांच (Compulsory Health Certificate की पुष्टि) और औपचारिक पंजीकरण किया जाता है। यात्रियों को आधार कार्ड, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, और चार पासपोर्ट साइज फोटो लानी होंगी। पंजीकरण के बाद, यात्रा परमिट जारी होता है। यह प्रक्रिया सुबह से शुरू होती है, इसलिए समय पर पहुंचें। भीड़ से बचने के लिए सभी दस्तावेज पहले से तैयार रखें।
- RFID कार्ड प्राप्त करना अनिवार्य है और इसे जम्मू या कश्मीर डिवीजन के नामित केंद्रों से लेना होता है। सरस्वती धाम में पंजीकरण के बाद, उसी दिन यात्रियों को जम्मू के RFID केंद्र पर जाना चाहिए। कार्ड जारी करने के लिए आधार कार्ड और यात्रा परमिट के साथ बायोमेट्रिक eKYC सत्यापन किया जाता है। RFID कार्ड को यात्रा के दौरान हमेशा गले में पहनना होता है, क्योंकि इसके बिना डोमेल/चंदनवाड़ी गेट पर प्रवेश नहीं मिलेगा।
- ऑफलाइन पंजीकरण के लिए पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू-कश्मीर बैंक, या अन्य नामित शाखाओं में आवेदन जमा करें। आवेदन पत्र, अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (CHC), आधार कार्ड, और चार पासपोर्ट साइज फोटो जमा करने होंगे। शुल्क 220 रुपये नकद या बैंक के निर्देशानुसार जमा करें। आवेदन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर स्वीकार होता है। शाखा द्वारा यात्रा परमिट जारी किया जाता है। सही दस्तावेज सुनिश्चित करें ताकि आवेदन रद्द न हो।
पंजीकरण केंद्रों और अधिकृत बैंक शाखाओं की जानकारी (Information on Registration Centers And Authorised Bank Branches)
- जम्मू में टोकन प्राप्त करने की प्रक्रिया: जम्मू में टोकन प्राप्त करने के लिए वैष्णवी धाम, पंचायत भवन, या महाजन हॉल जाएं। टोकन यात्रा की चुनी हुई तारीख से तीन दिन पहले जारी किए जाते हैं। आधार कार्ड और यात्रा तिथि की जानकारी देनी होगी। टोकन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर मिलते हैं। प्रक्रिया सुबह शुरू होती है, इसलिए जल्दी पहुंचें। टोकन लेने के बाद, अगले दिन सरस्वती धाम में स्वास्थ्य जांच और पंजीकरण अनिवार्य है।
- स्वास्थ्य जांच और पंजीकरण: टोकन प्राप्त करने के अगले दिन, जम्मू के सरस्वती धाम में स्वास्थ्य जांच और पंजीकरण के लिए जाएं। आधार कार्ड, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (CHC), और चार पासपोर्ट साइज फोटो साथ लाएं। यहां अनिवार्य स्वास्थ्य जांच के बाद यात्रा परमिट जारी होता है। प्रक्रिया सुबह शुरू होती है, इसलिए समय पर पहुंचें। भीड़ से बचने के लिए दस्तावेज पहले से तैयार रखें। पंजीकरण के बाद उसी दिन RFID कार्ड प्राप्त करना होगा।
- RFID कार्ड प्राप्त करना: RFID कार्ड अनिवार्य है और इसे जम्मू या कश्मीर डिवीजन के नामित केंद्रों से लेना होता है। सरस्वती धाम में पंजीकरण के बाद, उसी दिन जम्मू के RFID केंद्र पर जाएं। आधार कार्ड और यात्रा परमिट के साथ बायोमेट्रिक eKYC सत्यापन किया जाता है। कार्ड को यात्रा के दौरान गले में पहनना जरूरी है, क्योंकि इसके बिना डोमेल/चंदनवाड़ी गेट पर प्रवेश नहीं मिलेगा।
- बैंक शाखा में आवेदन जमा करना: ऑफलाइन पंजीकरण के लिए पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू-कश्मीर बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, या यस बैंक की 533 शाखाओं में आवेदन जमा करें। आवेदन पत्र, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (CHC), आधार कार्ड, और चार पासपोर्ट साइज फोटो जमा करें। शुल्क 220 रुपये नकद जमा करें। आवेदन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर स्वीकार होता है। शाखा द्वारा यात्रा परमिट जारी किया जाता है।
- पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज: अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (CHC), 8 अप्रैल 2025 के बाद अधिकृत चिकित्सक से, आधार कार्ड (एनआरआई के लिए पासपोर्ट), चार पासपोर्ट साइज फोटो, वैध मोबाइल नंबर, यात्रा तिथि और मार्ग की जानकारी।
अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए अवश्यक दस्तावेज और गाइडलाइन क्या हैं? (What Are The Required Documents And Guidelines For Amarnath Yatra 2025)
- अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र: अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (CHC) अधिकृत चिकित्सक द्वारा 8 अप्रैल 2025 के बाद जारी होना चाहिए। यह प्रमाणित करता है कि यात्री शारीरिक रूप से अमरनाथ यात्रा की कठिन परिस्थितियों के लिए फिट है। CHC में ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, और हृदय संबंधी जांच शामिल होनी चाहिए। इसे ऑफलाइन पंजीकरण (बैंक शाखा/सरस्वती धाम) या ऑनलाइन पंजीकरण के लिए अपलोड करना अनिवार्य है। बिना CHC के पंजीकरण रद्द हो सकता है। दस्तावेज PDF प्रारूप में तैयार रखें।
- आधार कार्ड या अन्य मान्य पहचान पत्र: पंजीकरण के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है, क्योंकि यह पहचान और सत्यापन के लिए उपयोग होता है। भारतीय नागरिकों को 12 अंकों का आधार नंबर देना होगा। एनआरआई के लिए वैध पासपोर्ट स्वीकार्य है। आधार कार्ड की स्कैन कॉपी ऑनलाइन पंजीकरण के लिए और मूल/कॉपी ऑफलाइन पंजीकरण (बैंक/सरस्वती धाम) के लिए जमा करनी होगी। गलत या अमान्य पहचान पत्र के कारण पंजीकरण रद्द हो सकता है। यात्रा के दौरान भी आधार साथ रखें।
- पासपोर्ट साइज फोटो: पंजीकरण के लिए चार हाल की पासपोर्ट साइज फोटो (3.5 x 4.5 सेमी) आवश्यक हैं। फोटो रंगीन, साफ, और सफेद पृष्ठभूमि वाली होनी चाहिए। ऑफलाइन पंजीकरण के लिए ये फोटो बैंक शाखा या सरस्वती धाम में जमा करें। ऑनलाइन पंजीकरण के लिए एक फोटो (JPEG, 100-200 KB) अपलोड करें। फोटो यात्रा परमिट और RFID कार्ड के लिए उपयोग होती है। सुनिश्चित करें कि फोटो स्पष्ट हो, अन्यथा आवेदन रद्द हो सकता है।
- मोबाइल नंबर: पंजीकरण के लिए एक वैध और सक्रिय मोबाइल नंबर अनिवार्य है। यह नंबर OTP सत्यापन, यात्रा परमिट डाउनलोड, और SASB से अपडेट प्राप्त करने के लिए उपयोग होता है। ऑनलाइन पंजीकरण में OTP मोबाइल पर भेजा जाता है। ऑफलाइन पंजीकरण में भी नंबर फॉर्म में दर्ज करना होगा। सुनिश्चित करें कि नंबर सही हो और यात्रा के दौरान सक्रिय रहे। एक नंबर से केवल एक यात्री का पंजीकरण संभव है।
- महत्वपूर्ण बातें और दिशानिर्देश: अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए पात्रता 13-70 वर्ष की आयु तक है, और 6 सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाएं पात्र नहीं हैं। यात्रियों को अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (CHC) जमा करना होगा और शारीरिक फिटनेस के लिए 4-5 किमी दैनिक सैर व प्राणायाम करना चाहिए। यात्रा के दौरान RFID कार्ड पहनना अनिवार्य है। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, CHC, चार पासपोर्ट साइज फोटो, और वैध मोबाइल नंबर सही होने चाहिए। यात्रा मार्ग (पहलगाम या बालटाल) सावधानी से चुनें। नवीनतम दिशानिर्देश www.jksasb.nic.in पर जांचें और मौसम व सुरक्षा अलर्ट का पालन करें। सभी दस्तावेज सटीक हों, अन्यथा पंजीकरण रद्द हो सकता है।
अमरनाथ यात्रा में RFID कार्ड का महत्व (Importance of RFID Card in Amarnath Yatra)
- सुरक्षा और ट्रैकिंग: RFID कार्ड यात्रियों की वास्तविक समय में निगरानी करता है, जिससे आपात स्थिति में त्वरित सहायता मिलती है। यह डोमेल/चंदनवाड़ी गेट पर प्रवेश के लिए जरूरी है। कार्ड में यात्री का विवरण दर्ज होता है, जो सुरक्षा बलों को पहचान और स्थान ट्रैक करने में मदद करता है।
- प्रवेश नियंत्रण: RFID कार्ड के बिना पहलगाम या बालटाल मार्ग पर प्रवेश नहीं मिलता। यह सुनिश्चित करता है कि केवल पंजीकृत यात्री ही यात्रा करें, जिससे भीड़ प्रबंधन और प्रतिदिन 15,000 यात्रियों की सीमा का पालन होता है। कार्ड गले में पहनना अनिवार्य है।
- आपातकालीन सहायता: RFID कार्ड आपातकाल में मेडिकल या बचाव सुविधाओं तक पहुंच आसान बनाता है। यह यात्री की पहचान और पंजीकरण विवरण तुरंत प्रदान करता है, जिससे चिकित्सा शिविरों (हर 2 किमी पर) और सुरक्षा बलों को त्वरित कार्रवाई में मदद मिलती है।
अमरनाथ यात्रा के दौरान क्या करें क्या ना करें? (What To Do And What Not To Do During Amarnath Yatra)

अमरनाथ यात्रा के दौरान क्या करें:
- शारीरिक फिटनेस सुनिश्चित करें: यात्रा से एक महीने पहले 4-5 किमी दैनिक सैर और प्राणायाम शुरू करें। यह उच्च ऊंचाई पर ऑक्सीजन क्षमता बढ़ाएगा और थकान कम करेगा। अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (CHC) लें, जो अधिकृत चिकित्सक से 8 अप्रैल 2025 के बाद जारी हो।
- गर्म कपड़े और उपकरण साथ रखें: ठंडे मौसम के लिए वाटरप्रूफ जैकेट, ट्रेकिंग जूते, रेनकोट, टॉर्च, दस्ताने, और ऊनी मोजे लाएं। तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है। सलवार-कमीज या ट्रैक सूट पहनें, जो चढ़ाई में सुविधाजनक हो।
- RFID कार्ड और परमिट साथ रखें: जम्मू/कश्मीर के केंद्रों से RFID कार्ड लें और यात्रा के दौरान गले में पहनें। यात्रा परमिट, आधार कार्ड, और आपातकालीन संपर्क जानकारी हमेशा साथ रखें। यह सुरक्षा और पहचान के लिए अनिवार्य है।
- हाइड्रेटेड रहें और ऊर्जा बनाए रखें: प्रतिदिन 4-5 लीटर पानी पिएं। ड्राई फ्रूट्स, ग्लूकोज बिस्कुट, गुड़, और डार्क चॉकलेट जैसे स्नैक्स साथ रखें। रास्ते में लंगर सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन छोटी भूख के लिए ये उपयोगी हैं।
- ग्रुप में रहें और नियमों का पालन करें: हमेशा ग्रुप के साथ यात्रा करें और एक-दूसरे की नजर में रहें। SASB के नियमों, जैसे स्वच्छता बनाए रखना और शिविरों में अनुशासन, का पालन करें। आपातकाल में पुलिस या मेडिकल सुविधा से संपर्क करें।
अमरनाथ यात्रा के दौरान क्या ना करें:
- नशीले पदार्थों का सेवन न करें: यात्रा के दौरान शराब, कैफीनयुक्त पेय, धूम्रपान, या मांसाहारी भोजन सख्त वर्जित है। ये पवित्र यात्रा की मर्यादा के खिलाफ हैं और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऊंचाई पर ये जोखिम बढ़ाते हैं।
- प्लास्टिक या कूड़ा न फैलाएं: पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण प्लास्टिक बैग न ले जाएं। कूड़ा निर्धारित स्थानों पर डालें। धरती, जल, और वायु की पवित्रता बनाए रखें, क्योंकि ये भगवान शिव के अभिन्न अंग हैं।
- शॉर्टकट या जोखिम भरे रास्ते न लें: चेतावनी वाले स्थानों पर न रुकें और शॉर्टकट लेने से बचें, क्योंकि ये खतरनाक हो सकते हैं। उबड़-खाबड़ और फिसलन भरे रास्तों पर केवल निर्धारित मार्ग का उपयोग करें।
- स्लिपर या अनुपयुक्त कपड़े न पहनें: स्लिपर या चप्पल पहनने से बचें, क्योंकि बारिश में रास्ते फिसलन भरे होते हैं। साड़ी या टाइट कपड़े न पहनें; ढीले, आरामदायक कपड़े और ट्रेकिंग जूते चुनें।
- स्वास्थ्य लक्षणों को नजरअंदाज न करें: ऊंचाई पर थकान, सिरदर्द, या सांस की तकलीफ जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत नजदीकी मेडिकल सुविधा (हर 2 किमी पर उपलब्ध) से संपर्क करें। लक्षणों को अनदेखा करने से स्थिति गंभीर हो सकती है।
Conclusion:-Amarnath Yatra 2025
इस लेख में हमने आपको अमरनाथ यात्रा (3 जुलाई से 9 अगस्त) की संपूर्ण जानकारी दी है, जिसमें पंजीकरण, टोकन, सरस्वती धाम, RFID कार्ड, दस्तावेज, और दिशानिर्देश शामिल हैं। आपकी यह पवित्र यात्रा बाबा बर्फानी के आशीर्वाद से आध्यात्मिक शांति और शक्ति लाए। RFID कार्ड पहनें, पहलगाम/बालटाल मार्ग सावधानी से चुनें, और पर्यावरण की पवित्रता बनाए रखें। स्वास्थ्य और नियमों का ध्यान रखें। भगवान शिव की कृपा आप पर बनी रहे। जय भोलेनाथ! आपकी यात्रा मंगलमय और सुरक्षित हो!
FAQ’s:-Amarnath Yatra 2025
Q. अमरनाथ यात्रा कब प्रारंभ होती है और कितने दिनों तक चलती है?
Ans. अमरनाथ यात्रा हर वर्ष आषाढ़ पूर्णिमा से शुरू होती है और रक्षा बंधन तक चलती है, यानी लगभग 45 दिनों तक यह पवित्र यात्रा आयोजित की जाती है।
Q. अमरनाथ गुफा किस स्थान पर स्थित है और इसकी समुद्रतल से ऊँचाई कितनी है?
Ans. अमरनाथ गुफा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में स्थित है और यह समुद्रतल से लगभग 3,888 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।
Q. अमरनाथ गुफा में बर्फ से बनने वाले शिवलिंग का धार्मिक महत्व क्या है?
Ans. बर्फ से बनने वाला शिवलिंग स्वयंभू माना जाता है, जिसे भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है और यह सावन मास में विशेष रूप से पूजनीय होता है।
Q. क्या अमरनाथ यात्रा के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट अनिवार्य होता है?
Ans. हाँ, यात्रा के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट अनिवार्य होता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि यात्री ऊँचाई और कठिन मार्गों का सामना कर सके।
Q. अमरनाथ यात्रा के दौरान कौन-सी संस्था सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करती है?
Ans. यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना, ITBP और CRPF जैसी केंद्रीय एजेंसियों की होती है।
Q. अमरनाथ यात्रा की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया किस वेबसाइट से की जाती है?
Ans. अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन www.shriamarnathjishrine.com वेबसाइट के माध्यम से किया जाता है, जहाँ सभी विवरण और दिशा-निर्देश उपलब्ध होते हैं।