
18 मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान (18 Mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan):-रुद्राक्ष (Rudraksha), जिसे भगवान शिव (Bhagwan Shiv) का आंसुओं से उत्पन्न हुआ दिव्य उपहार माना जाता है, हिंदू धर्म में एक अनमोल रत्न के रूप में पूजा जाता है। इनमें से 18 मुखी रुद्राक्ष (18 Mukhi Rudraksha) अपनी दुर्लभता और चमत्कारी शक्तियों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। क्या आपने कभी सोचा कि 18 मुखी रुद्राक्ष आखिर है क्या और यह अन्य रुद्राक्षों से इतना अलग क्यों माना जाता है?
यह नन्हा बीज न केवल आध्यात्मिक शांति का प्रतीक है, बल्कि जीवन में समृद्धि और सफलता का वाहक भी है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि 18 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान क्या हैं, जो आपके जीवन को बदलने की क्षमता रखते हैं। साथ ही, इसका महत्व क्या है, जो इसे मां पृथ्वी और भगवान भैरव से जोड़ता है, और इसे धारण करने का सही तरीका क्या है, जिससे आप इसके पूर्ण लाभ उठा सकें। यह रुद्राक्ष न सिर्फ स्वास्थ्य, धन और मानसिक स्थिरता प्रदान करता है, बल्कि भूमि से जुड़े कार्यों में भी चमत्कार दिखाता है। लेकिन क्या इसे बिना विधि के पहनना नुकसानदायक हो सकता है? इस रहस्यमयी रुद्राक्ष की शक्ति को जानने के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि यह लेख आपको इसके हर पहलू से रूबरू कराएगा।
अगर आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव और आध्यात्मिक उन्नति की तलाश में हैं, तो 18 मुखी रुद्राक्ष (18 Mukhi Rudraksha) से संबंधित इस लेख को अंत तक पढ़ना आपके लिए रोमांचक और ज्ञानवर्धक साबित होगा…
18 मुखी रुद्राक्ष क्या है? | 18 Mukhi Rudraksha kya Hai?

18 मुखी रुद्राक्ष (18 Mukhi Rudraksha) एक दुर्लभ और शक्तिशाली रुद्राक्ष है जो प्रकृति का अनमोल उपहार माना जाता है। यह रुद्राक्ष पृथ्वी तत्व और माता भूमि देवी से जुड़ा हुआ है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इसे भगवान शिव (Bhagwan Shiv) के भैरव रूप का प्रतीक माना जाता है। इसकी 18 प्राकृतिक रेखाएं या मुख इसे विशेष बनाते हैं। यह मुख्य रूप से नेपाल और इंडोनेशिया में पाया जाता है और इसका आकार गोल या अंडाकार होता है। ज्योतिष में इसे मंगल ग्रह से संबंधित माना जाता है। इसे धारण करने से व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं। यह रुद्राक्ष संपत्ति, स्वास्थ्य और समृद्धि से जुड़ा है, खासकर भूमि से संबंधित कार्य करने वालों के लिए यह अत्यंत लाभकारी होता है।
18 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान कौन से हैं? | 18 Mukhi Rudraksha Pehnne ke Fayde Aur Nuksan kaun Se Hain?
18 मुखी रुद्राक्ष के फायदे (18 Mukhi Rudraksha)
- आर्थिक समृद्धि: 18 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। यह संपत्ति और भूमि से जुड़े व्यवसायों में सफलता दिलाता है। मान्यता है कि यह धन की कमी को दूर कर समृद्धि लाता है, जिससे जीवन सुखमय बनता है।
- स्वास्थ्य लाभ: यह रुद्राक्ष शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करता है। कफ दोष को संतुलित कर थकान, आलस और मोटापे जैसी समस्याओं से राहत देता है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी यह लाभकारी माना जाता है।
- मानसिक शांति: इसे पहनने से मन शांत रहता है और तनाव कम होता है। यह एकाग्रता बढ़ाता है और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है।
- सफलता और उन्नति: यह 18 मुखी रुद्राक्ष करियर और व्यवसाय में उन्नति के मार्ग खोलता है। खासकर बिल्डरों, किसानों और संपत्ति डीलरों के लिए यह लाभकारी है, जो कार्यों में सफलता दिलाता है।
- आध्यात्मिक विकास: 18 मुखी रुद्राक्ष मूलाधार चक्र को जागृत करता है, जिससे आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है। यह धैर्य, सहनशक्ति और संतुलन प्रदान कर व्यक्ति को ईश्वर के करीब लाता है।
18 मुखी रुद्राक्ष (18 Mukhi Rudraksha) पहनने के नुकसान-
- गलत विधि से नुकसान: यदि इस 18 मुखी रुद्राक्ष को बिना सिद्ध किए या गलत तरीके से धारण किया जाए, तो यह नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इससे मानसिक अशांति या आर्थिक हानि की संभावना बढ़ सकती है।
- अनुपयुक्तता का प्रभाव: 18 मुखी रुद्राक्ष (18 Mukhi Rudraksha) हर व्यक्ति के लिए यह उपयुक्त नहीं होता। ज्योतिषीय सलाह के बिना पहनने से ग्रहों का असंतुलन हो सकता है, जिससे जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं।
- शारीरिक असुविधा: कुछ लोगों को इसे पहनने से शुरू में बेचैनी या त्वचा पर जलन जैसी समस्या हो सकती है, खासकर यदि यह उनकी ऊर्जा से मेल न खाए।
- अशुद्धता का खतरा: इसे अशुद्ध अवस्था में पहनने या नियमों का पालन न करने से इसकी शक्ति कम हो सकती है, जिससे अपेक्षित लाभ नहीं मिलता और निराशा होती है।
- अत्यधिक शक्ति का दबाव: यह अत्यंत शक्तिशाली है। कमजोर मानसिक स्थिति वाले लोगों पर यह भारी पड़ सकता है, जिससे तनाव या भय का अनुभव हो सकता है।
18 मुखी रुद्राक्ष का महत्व क्या है? | 18 Mukhi Rudraksha ka Mahatva kya Hai?
- पृथ्वी तत्व का प्रतीक: 18 मुखी रुद्राक्ष (18 Mukhi Rudraksha) पृथ्वी और माता भूमि का प्रतिनिधित्व करता है। यह धरती से जुड़े कार्यों में स्थिरता और समृद्धि लाता है। इसे धारण करने से व्यक्ति प्रकृति के साथ गहरा संबंध अनुभव करता है, जो जीवन में संतुलन बनाए रखता है।
- शिव भैरव का स्वरूप: यह भगवान शिव के भैरव रूप से जुड़ा है, जो रक्षा और शक्ति का प्रतीक है। इसे पहनने से नकारात्मक शक्तियों और बुरे प्रभावों से सुरक्षा मिलती है, जिससे व्यक्ति निर्भय और आत्मविश्वासी बनता है।
- दुर्लभता और चमत्कार: यह 18 मुखी रुद्राक्ष रुद्राक्ष अपनी दुर्लभता के कारण विशेष माना जाता है। इसे चमत्कारी माना जाता है, जो स्वास्थ्य, धन और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है। यह जीवन की सभी इच्छाओं को पूरा करने में सहायक होता है।
18 मुखी रुद्राक्ष धारण करने का सही तरीका क्या है? | 18 Mukhi Rudraksha Dharan karne ka Sahi Tarika kya Hai?
18 मुखी रुद्राक्ष (18 Mukhi Rudraksha) को धारण करने के लिए सही विधि का पालन करना जरूरी है ताकि इसके पूर्ण लाभ प्राप्त हों। इसे सोमवार या मंगलवार को पहनना शुभ माना जाता है। सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। फिर घर के पूजा स्थल पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें। रुद्राक्ष को गंगाजल या दूध से शुद्ध करें। इसके बाद “ॐ ह्रीं श्रीं वसुधाय स्वाहा” मंत्र का 108 बार जाप करें। जाप के दौरान एकाग्रता बनाए रखें। फिर रुद्राक्ष को लाल धागे, सोने या चांदी की चेन में पिरोकर गले में धारण करें। इसे त्वचा के संपर्क में रखना बेहतर होता है। धारण करने से पहले ज्योतिषी से सलाह लें, क्योंकि यह हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता। इसे पहनने के बाद तामसिक भोजन और अशुद्ध स्थानों से बचें।
अठारह मुखी रुद्राक्ष पहनने का मंत्र | 18 mukhi Rudraksha Pehenne ka Mantra
अठारह मुखी रुद्राक्ष पहनने के लिए “ॐ ह्रीं नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए।
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सात मुखी रुद्राक्ष | 8 मुखी रुद्राक्ष | नौ मुखी रुद्राक्ष |
10 मुखी रुद्राक्ष |
Conclusion:- 18 mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan
हम आशा करते है कि हमारे द्वारा लिखा गया (18 मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान) यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आपके पास किसी भी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें, हम जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे। बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद
FAQ’s:- 18 mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan
Q. 18 मुखी रुद्राक्ष क्या है?
Ans. 18 मुखी रुद्राक्ष (18 Mukhi Rudraksha) एक दुर्लभ और शक्तिशाली रुद्राक्ष है, जो पृथ्वी तत्व और माता भूमि देवी से जुड़ा होता है। इसे भगवान शिव के भैरव रूप का प्रतीक माना जाता है।
Q. 18 मुखी रुद्राक्ष पहनने के प्रमुख लाभ क्या हैं?
Ans. यह आर्थिक समृद्धि, स्वास्थ्य लाभ, मानसिक शांति, करियर में सफलता और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है। विशेष रूप से भूमि से जुड़े व्यवसायों के लिए यह शुभ माना जाता है।
Q. 18 मुखी रुद्राक्ष किस ग्रह से जुड़ा होता है?
Ans. यह मंगल ग्रह से संबंधित होता है और इसे धारण करने से मंगल दोष के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
Q. 18 मुखी रुद्राक्ष किन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होता है?
Ans. यह बिल्डरों, किसानों, संपत्ति डीलरों और भूमि से जुड़े कार्यों में लगे लोगों के लिए अत्यधिक लाभकारी होता है।
Q. 18 मुखी रुद्राक्ष पहनने के संभावित नुकसान क्या हैं?
Ans. इसे गलत विधि से पहनने पर मानसिक अशांति, आर्थिक हानि, और ऊर्जा असंतुलन हो सकता है। कुछ लोगों को शारीरिक असुविधा भी हो सकती है।
Q. 18 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने की सही विधि क्या है?
Ans. इसे सोमवार या मंगलवार को गंगाजल से शुद्ध करके, “ॐ ह्रीं श्रीं वसुधाय स्वाहा” मंत्र का 108 बार जाप करके, लाल धागे या चेन में गले में धारण करना चाहिए।