रथ सप्तमी 2025 कब है (Rath Saptami 2025 kab Hai): रथ सप्तमी (Rath Saptami) एक पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व है, जो हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है। यह पर्व भगवान सूर्य की आराधना और पूजा के लिए मनाया जाता है, जो हमारे जीवन में ऊर्जा और प्रकाश का स्रोत हैं। रथ सप्तमी एक ऐसा पर्व है जो हमें भगवान सूर्य की महिमा और उनके महत्व को समझने का अवसर प्रदान करता है। इस पर्व के दौरान, लोग भगवान सूर्य की पूजा करते हैं और उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करते हैं।
रथ सप्तमी एक ऐसा पर्व है जो हमें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का अवसर प्रदान करता है। यह पर्व हमें सिखाता है कि कैसे हम अपने जीवन में ऊर्जा और प्रकाश को बढ़ा सकते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रथ सप्तमी क्या होती है? रथ सप्तमी 2025 में कब है? और रथ सप्तमी 2025 का शुभ मुहूर्त क्या है? रथ सप्तमी का महत्व क्या है? और इस पर्व को कैसे मनाया जाता है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए, आइए हम रथ सप्तमी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
तो आइए, रथ सप्तमी के पावन त्यौहार के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं इसके बारे में……
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रथ सप्तमी क्या है? | Rath Saptami kya Hai?
रथ सप्तमी (Rath Saptami) एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान सूर्य (Bhagwan Surya) के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है और इसे सूर्य की पूजा के लिए विशेष दिन माना जाता है। इस दिन लोग सूर्य देव की पूजा करते हैं और उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं। रथ सप्तमी (Rath Saptami) के दिन सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा और अनुष्ठान किए जाते हैं, जिससे सूर्य देव की कृपा से जीवन में समृद्धि, सुख और आरोग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन को ‘सात घोड़ों के रथ’ के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि सूर्य देव का रथ सात घोड़ों द्वारा खींचा जाता है। रथ सप्तमी का महत्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक भी है। इस दिन लोग विशेष स्नान करते हैं और दान-पुण्य करते हैं, जिससे उनके जीवन में सकारात्मकता आती है।
सूर्य देव को जीवन का स्रोत माना जाता है, और उनकी आराधना से स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। रथ सप्तमी पर लोग अपने घरों में विशेष पूजा आयोजित करते हैं और सूर्य देव को जल अर्पित करते हैं।
रथ सप्तमी 2025 कब मनाई जाएगी? | Rath Saptami 2025 kab Manai Jayegi?
हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि का शुभारंभ 4 फरवरी, मंगलवार को प्रातः 4 बजकर 37 मिनट पर होगा और इसका समापन 5 फरवरी, बुधवार की रात 2 बजकर 30 मिनट पर होगा। सनातन धर्म की परंपराओं के अनुसार, तिथि की गणना सूर्योदय के आधार पर की जाती है, इसलिए रथ सप्तमी (Rath Saptami) का पावन पर्व 4 फरवरी को ही श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाएगा।
रथ सप्तमी का शुभ मुहूर्त क्या है? | Rath Saptami ka Shubh Muhurat kya Hai
S.NO | विवरण | शुभ मुहूर्त |
1 | रथ सप्तमी प्रारंभ | 4 फरवरी सुबह 4:37 बजे |
2 | स्नान का शुभ मुहूर्त | 4 फरवरी सुबह 5:28 से 7:08 बजे |
3 | रथ सप्तमीज समाप्त | 5 फरवरी तड़के 2:30 बजे |
Conclusion
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FAQ’s:-Rath Saptami 2025 kab Hai
Q. रथ सप्तमी कब मनाई जाती है?
Ans. रथ सप्तमी (Rath Saptami) माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। इसे भगवान सूर्य के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
Q. रथ सप्तमी 2025 की तिथि क्या है?
Ans. रथ सप्तमी 2025 में 4 फरवरी, मंगलवार को मनाई जाएगी, क्योंकि सप्तमी तिथि इसी दिन सूर्योदय के समय रहेगी।
Q. रथ सप्तमी का धार्मिक महत्व क्या है?
Ans. यह दिन सूर्य देव की पूजा के लिए समर्पित है, जिससे व्यक्ति को समृद्धि, स्वास्थ्य और सुख की प्राप्ति होती है।
Q. रथ सप्तमी पर कौन-से प्रमुख अनुष्ठान किए जाते हैं?
Ans. इस दिन सूर्य देव को जल अर्पित किया जाता है, विशेष स्नान, व्रत, दान-पुण्य और सूर्य मंत्रों का जाप किया जाता है।
Q. रथ सप्तमी पर स्नान का शुभ मुहूर्त क्या है?
Ans. 4 फरवरी 2025 को रथ सप्तमी पर स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 5:28 से 7:08 बजे तक रहेगा।
Q. सूर्य देव का रथ कितने घोड़ों द्वारा खींचा जाता है?
Ans. सूर्य देव का रथ सात घोड़ों द्वारा खींचा जाता है, जो जीवन में ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है।